तेजी से बढ़ती इंटरनेट की पहुंच और तकनीक के विकास ने हमारी जिंदगी के कई पहलुओं को आसान बना दिया है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) और अन्य उन्नत तकनीकों ने रोजमर्रा के कामों को सुलभ बनाया है। लेकिन जिस तेजी से ये तकनीकें हमारे जीवन का हिस्सा बनी हैं, उसी तेजी से साइबर अपराधियों ने भी इनका दुरुपयोग करना शुरू कर दिया है। आजकल स्कैमर्स लोगों के फिंगरप्रिंट चुराकर उनके बैंक खातों को खाली करने का खतरनाक तरीका अपनाने लगे हैं।

कैसे चुराए जा रहे हैं फिंगरप्रिंट?

स्कैमर्स अब लोगों के फिंगरप्रिंट चोरी करने के लिए उनकी सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई फोटो का इस्तेमाल कर रहे हैं। हाई-रेज़ोल्यूशन फोटो से हैकर्स फिंगरप्रिंट की नकल तैयार करते हैं, जिसे क्लोन फिंगरप्रिंट कहा जाता है। इसके बाद, ये स्कैमर्स इस क्लोन फिंगरप्रिंट का उपयोग करके आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AEPS) के माध्यम से लोगों के बैंक खातों से पैसे निकाल लेते हैं।

इस स्कैम से बचने के उपाय

1. सोशल मीडिया पर सतर्कता:

सोशल मीडिया पर अपनी पर्सनल जानकारी, विशेष रूप से हाई-रेज़ोल्यूशन फोटो, शेयर करने से बचें। फोटो से आपकी पहचान चोरी होने का खतरा बढ़ जाता है।

2. डिवाइस की सुरक्षा:

अपने डिवाइस की सुरक्षा के लिए नियमित रूप से सॉफ्टवेयर अपडेट करें। इससे हैकर्स को आपके डिवाइस में घुसपैठ करने से रोका जा सकता है।

3. टू स्टेप वेरिफिकेशन का उपयोग:

अपने डिवाइस और महत्वपूर्ण अकाउंट्स की सुरक्षा के लिए टू स्टेप वेरिफिकेशन (2FA) को ऑन करें। इससे अवैध एक्सेस की संभावना कम हो जाती है।

4. फिंगरप्रिंट डेटा की सुरक्षा:

जहां संभव हो, अपने फिंगरप्रिंट डेटा का उपयोग सावधानी से करें और ऐसे ऐप्स या वेबसाइट्स से बचें जो फिंगरप्रिंट का उपयोग करते हैं लेकिन उनकी सुरक्षा की गारंटी नहीं देते।

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