राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चंडी अर्की में 19 फरवरी से 25 फरवरी तक 7 दिवसीय का एनएसएस का विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा है । जानकारी देते हुए कार्यक्रम अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि 19 फरवरी को विधिवत इसका शुभारंभ हुआ उसके पश्चात सभी स्वयंसेवक अपने प्रतिदिन के क्रियाकलापों को करने में एवं नए अनुभवों को सीखने में तत्पर हो गए हैं।

पहले दिन प्रातः काल जागरण से लेकर नियमित तौर पर अपनी दिनचर्या का पालन हुआ। जिसमें अल्पाहार के पश्चात एनएसएस स्वयंसेवकों ने विद्यालय में स्वच्छता की तथा एनएसएस वाटिका का निर्माण किया ।स्वयंसेवकों ने मिलजुल कर अपनी अपनी टीम के साथ यह कार्य किया। एनएसएस प्रभारी  दिनेश कुमार एवं  हेमलता बच्चों के साथ उपस्थित रहे ,साथ ही प्रधानाचार्य भूपेंद्र गुप्ता प्रातः काल से ही सभी बच्चों के साथ विभिन्न कार्यों में उनका मार्गदर्शन करते रहे। 

मध्याह्न भोजन के पश्चात स्रोत व्यक्ति द्वारा बौद्धिक सत्र लिया जाता है । कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि प्रथम दिवस चंडी स्कूल के पूर्व शारीरिक शिक्षक भास्करानंद ठाकुर स्रोत व्यक्ति रहे। जिनका अभिवादन स्कूल के प्रधानाचार्य भूपेंद्र गुप्ता एवं एनएसएस प्रभारियों द्वारा विधिवत  किया गया । उन्होंने बच्चों को जीवन में अनुशासन का महत्व बतलाया ।उन्होंने कहा कि हमें प्रतिदिन योग प्राणायाम एवं व्यायाम करने चाहिए इसके साथ ही कुछ पारिश्रमिक कार्य भी करते रहना चाहिए। आजकल यह देखा जा रहा है कि बच्चों में भी गंभीर बीमारियां घर बना लेती हैं ।इसका सबसे बड़ा कारण कहीं ना कहीं हमारी टेक्नोलॉजी ही है ।जहां यह टेक्नोलॉजी पढ़ाई में वरदान साबित होती है वही इस का अधिक प्रयोग हमारे स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव भी डालता है ।अतः हमें वातावरण के साथ घुलना मिलना चाहिए। प्रतिदिन का हमारा यह नियम रहना चाहिए कि हम प्रकृति के साथ भी समय बिताएं

उन्होंने बताया कि किस प्रकार से घर में भी अनुशासन का पालन करते रहना चाहिए ।सामाजिक अनुशासन क्या होता है इस विषय पर विस्तार पूर्वक स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन किया गया ।शिविर के दूसरे दिन चंडी विद्यालय की पूर्व छात्रा भावना जोकि बीटेक कंप्यूटर कर रही है उपस्थित रही। उसने प्रथम वर्ष में स्वर्ण पदक भी अर्जित किया है भावना ने अपने विद्यालय जीवन को याद करते हुए कहा कि आज वह जिस मुकाम पर है उसका श्रेय माता पिता एवं समस्त गुरुजनों को जाता है।

इसी विद्यालय में रहकर उसने जीवन के लक्ष्य को पहचाना था तथा अनुशासित रहकर निरंतर परिश्रम किया इसी प्रकार सभी को सभी अध्यापकों तथा अभिभावकों की बातों को गंभीरता से लेना चाहिए। हमारे जीवन में उन्नति के लिए सबसे बड़ा आधार यही होता है। प्रधानाचार्य को  भूपेंद्र गुप्ता ने बताया की अनुशासन तथा परिश्रम यह जीवन में सतत चलने वाली प्रक्रिया है ।आजीवन हमें इसका पालन करते रहना चाहिए। साथ ही उन्होंने भावना को उसके उज्जवल भविष्य के लिए माँ सरस्वती से प्रार्थना की तथा उसकी सराहना की ।

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार वह आज  के पथ पर अग्रसर है वैसे ही चंडी विद्यालय का प्रत्येक छात्र अपने-अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सक्षम बने इसके लिए विद्यालय परिवार अहर्निशं प्रयासरत है ।वहीं  हेमलता एवं  दिनेश कुमार ने बताया कि एनएसएस विशेष शिविर सुचारू रूप से चल रहा है ।पूर्णतया इस शिविर में कोविड-19 का पालन किया जा रहा है। छात्रों में अत्यंत उत्साह है तथा सभी कार्य बड़ी लग्न से किए जा रहे हैं।

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