मुख्य संसदीय सचिव (लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग व सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग) संजय अवस्थी ने आज स्वर्ण जयंती उत्कृष्ट राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मांगल में वार्षिक पारितोषिक वितरण की अध्यक्षता की।
संजय अवस्थी ने कहा कि भारतीय संस्कृति छात्र का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित बनाने पर बल देती है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए गुरुकुल शिक्षा पद्धति की स्थापना की गई थी। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में अध्यापक पाठ्यक्रम के साथ-साथ छात्रों को नैतिक मूल्यों एवं संस्कारों की जानकारी प्रदान कर इस दिशा में महत्वपूर्ण कार्य कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि एक युवा को संवेदनशील एवं उत्तरदायी नागरिक बनाने के लिए नैतिकता एवं संस्कारों का ज्ञान प्रदान किया जाना आवश्यक है।
उन्होंने पारितोषिक वितरण में पुरस्कार पाने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई दी और कहा कि जो विद्यार्थियों इस वर्ष पुरस्कार नहीं पा पाए, वे अपनी कमियों को दूर कर अगले वर्ष पूरी लगन से मेहनत कर आगे आने की कोशिश करें। उन्होंने अर्की विधानसभा क्षेत्र को आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाने की बात भी कहा।
इस अवसर पर उन्होंने अध्यापकों से आग्रह किया कि वे युवाओं को प्राचीन संस्कृति की जानकारी के साथ-साथ नैतिक मूल्यों एवं संस्कारों की शिक्षा भी प्रदान करें ताकि युवा पीढ़ी विभिन्न चुनौतियों से निपटने में सक्षम बन सके।
उन्होंने के राजकीय प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थियों के लिए 2100, स्वर्ण जयंती उत्कृष्ठ राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मांगल के विद्यार्थियों के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से 3100 रुपये तथा स्कूल प्रबंधन समिति के लिए 11,000 रुपये की राशि देने की घोषणा की।
पाठशाला प्रबंधन की अतिरिक्त चार कमरों, खेल मैदान को पक्का करने, अध्यापकों के पदों को भरने, शौचालय बनाने की मांग को लेकर मुख्य संसदीय सचिव ने आश्वासन देते हुए कहा कि अनुमानित लागत के हिसाब से राशि उपलब्ध करवाई जाएगी।
उन्होंने मटरेच और बोई गांव में सड़क की समस्या को भी दूर करने का आश्वासन दिया। डंगोई घाट की पानी की समस्या को दूर करने का भी आश्वासन दिया।
संजय अवस्थी ने शैक्षणिक सत्र के 2019-20, 2020-21 तथा 2021-22 में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विजेताओं विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया।
मुख्य संसदीय सचिव ने मांगल के लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित अधिकारियों को समस्याओं के निपटारे के निर्देश भी दिए।
इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।
इससे पूर्व मुख्य संसदीय सचिव ने शिव मंदिर दाड़लाघाट में अखिल भारतीय हरिजन लीग शाखा अर्की द्वारा आयोजित संत शिरोमणि गुरु रविदास महाराज की 647वीं जयंती के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
संजय अवस्थी ने उपस्थित श्रद्धालुओं को रविदास जंयती पर बधाई देते हुए कहा कि संत महापुरुष किसी एक जाति व धर्म के नहीं होते बल्कि वे समस्त मानव जाति का कल्याण करते हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम का आयोजन तभी सार्थक होता है यदि हम उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलकर मानव कल्याण के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।उन्होंने कहा कि व्यक्ति जन्म से नहीं अपितु कर्म से श्रेष्ठ होता है
राष्ट्र के निर्माण मैं हमें अपनी भूमिका तय करनी चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने हरिजन लीग अर्की को अपनी ऐच्छिक निधि से 21000 रुपए देने की भी घोषणा की।इस मौके पर लोगों ने संत रविदास को नमन कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
इस मौके पर पंचायत प्रधान मांगल उर्मिला देवी, उप प्रधान सीता राम, पंचायत समिति सदस्य बनिता चैहान, दी मांगल ट्रक आॅपरेटर यूनियन बागा के प्रधान बलदेव राज चैहान, पूर्व उपप्रधान नत्थू राम चैहान, पूर्व पंचायत समिति सदस्य दीप लाल चैहान, ज़िला कांग्रेस सचिव चैहान कृष्णा, दितु राम ठाकुर, हरि राम ठाकुर, मनोहर लाल, नीम चंद ठाकुर, पंचायत प्रधान बागा करोग सुरेंद्रा पंवर, उप प्रधान श्याम लाल, पूर्व प्रधान बैरल श्याम लाल, स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष राकेश चैहान, पंचायत सदस्य सुनीता देवी, निर्मला देवी, चंपा देवी, किरण वर्मा, देवी राम चैहान, अखिल भारतीय हरिजन लीग शाखा अर्की के अध्यक्ष चुनी लाल बंसल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कैलाश चंद, उपाध्यक्ष संत लाल गुलाटी, नरपत राम, महासचिव संतराम पंवर, ज़िला परिषद सदस्य दाड़लाघाट वार्ड हीरा कौशल, पंचायत प्रधान दाड़ला बंसी राम भाटिया, अनुसूचित जाति लीग कांग्रेस कमेटी अर्की के अध्यक्ष सीडी बंसल, पूर्व उपप्रधान दाड़ला राजेश गुप्ता, तिलक गौतम, मनोज गौतम, विद्यासागर ठाकुर, पीएन बंसल, ओपी भाटिया, उपमंडलाधिकारी अर्की केशव राम, डीएसपी दाड़लाघाट संदीप शर्मा, डीएफओ एचके गुप्ता, खंड चिकित्सा अधिकारी तारा चंद, खंड विकास अधिकारी कुनिहार तारा शर्मा, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता बली राम कश्यप,विद्युत विभाग के सहायक अभियंता सचिन आर्य, सहायक अभियंता जल शक्ति विभाग, लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग के अधिकारियों सहित बच्चों के अभिभावक मौजूद थे।