स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सोलन द्वारा आज विश्व हीमोफीलिया दिवस का आयोजन किया गया। यह आयोजन शिक्षा क्रांति स्वयं सहायता समूह व ईजीसी एजुकेशन संस्थान के सहयोग से सोलन स्थित राजकीय डिग्री कालेज के समीप किया गया। इस अवसर पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। प्रतियोगिता के विजेताओं को नगद पुरस्कार वितरित किए गए।कार्यक्रम में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमित रंजन ने बतौर  मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।


उन्होंने इस अवसर पर हीमोफीलिया के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि हीमोफीलिया एक आनुवंशिक रोग है। इस रोग में शरीर के बाहर बहता हुआ रक्त रुकता नहीं और इस कारण चोट या दुर्घटना में यह जानलेवा साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि इस रोग का कारण एक रक्त प्रोटीन की कमी से होता है।


डाॅ. अमित ने कहा कि हीमोफीलिया एक अनुवांशिक रोग है। खून बहने की प्रक्रिया प्राथमिक उपचार से रोकी जा सकती है। उन्होंने कहा कि हीमोफीलिया दो प्रकार का होता है। हिमोफीलिया ए में फैक्टर 8 की कमी के कारण क्लोटिंग नहीं होती है और हीमोफीलिया बी में फैक्टर 9 की कमी होती है।


उन्होंने इस अवसरपर नशे से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में भी जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर शिक्षा क्रांति के संस्थापक सत्यम ने भी नशा निवारण तथा स्वच्छता के बारे में जानकारी प्रदान की।इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग कीे बीसीसी समन्वयक राधा चैहान ने भी हीमोफीलिया के बारे में जानकारी प्रदान की।

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