राजीव ख़ामोश, कुठाड़ : बोढ़ती ब्राह्मणा में श्रीमद् भागवत कथा के आज छठे दिन कथाप्रवक्ता ने अपने मुखारविंद से कथा का रसास्वादन कराते हुए कहा कि जब जब इस धरा पर अधर्म बड़ा है तब तक इस धरा पर धर्म की रक्षा के लिए भगवान विष्णु ने किसी ना किसी रूप में मानव रूप में अवतार लिया हैl
इसी कड़ी में भगवान श्रीकृष्ण ने द्वापर युग में कंस को मारने के लिए वासुदेव के घर जन्म लेकर कंस का वध किया। भगवान का तात्पर्य कंस को ही मारना ही नही था बल्कि लोगो को संदेश देना भी था की इस धरा पर एक कंस ही नही है बल्कि कोई न कोई हर युग में कंस और रावण के रूप में जन्म लेता है और जब भी कोई धर्म नाशक जन्म लेगा तो मैं किसी न किसी रूप में आकर धर्म की रक्षा करूंगा। परंतु आज के युग में लोग धर्म भूल चुके है हर कोई भगवान की कथा भी सुनता है परंतु उसका पालन नही करता हम गऊ माता की जय, भारत माता की जय तो बोलते है पर उसका पालन नही करते आज हमारे देश में गऊ और बूढ़े माता पिता सड़को पर बेसहारा घूम रहे है देश टूट रहा है।
हम लोग दूसरों को शिक्षा तो देते है पर खुद उसका पालन नही करते जिस दिन हम खुद इसका पालन करेंगे उस दिन फिर से इस धरा पर सतयुग कायम हो जाएगा। हमे हमेशा सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए सत्य का मार्ग कठिन जरूर है पर मुश्किल नही क्योंकि सदियों से जीत सत्य की ही हुई है। कथा प्रतिदिन सुबह 1:00 से 4:00 तक आयोजित की जा रही है उसके उपरांत उपस्थित भव्य जनों को भंडारे का आयोजन किया जा रहा है इस कथा के श्रवण के लिए आसपास के गांवों के सैकड़ों लोग इस कथा का रसास्वादन कर रहे हैं