उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने कहा कि सोलन के ऐतिहासिक एवं विश्वविख्यात माता शूलिनी मंदिर में अब कीर्तन का आयोजन मंदिर के साथ निर्मित भवन में किया जाएगा।
मनमोहन शर्मा ने कहा कि माता शूलिनी मंदिर के प्रांगण में कम स्थान होने के दृष्टिगत यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि इस निर्णय से जहां कीर्तन के लिए श्रद्धालुओं को समुचित स्थान मिलेगा वहीं माता शूलिनी की पूजा-अर्चना के लिए आने वाले भक्तजनों को सुगमता से दर्शन होंगे।
उन्होंने कहा कि मंदिर के साथ निर्मित भवन में स्थापित हाॅल में भक्तजनों की सुविधा के लिए उचित व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि यहां हाॅल में कीर्तन के लिए समुचित जगह उपलब्ध होने से अधिक संख्या में भक्तजन सुगमता के साथ कीर्तन कर सकेंगे।
उपायुक्त ने कहा कि विगत कुछ समय से ज़िला प्रशासन को श्रद्धालुओं द्वारा अवगत करवाया जा रहा था कि माता शूलिनी मंदिर में मुख्य प्रागंण में कम जगह होने से कीर्तन के समय भक्तजनों को दर्शन के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि भक्तजनों ने अवगत करवाया था कि छोटा प्रांगण होने के कारण ऐसे समय में श्रद्धालुओं के पास मंदिर में बैठने का स्थान भी नहीं रहता है। इस संबंध में उपमण्डलाधिकारी सोलन और तहसीलदार सोलन से सभी पक्षों को ध्यान में रखते हुए रिपोर्ट मांगी गई थी।
उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट के आधार पर भक्तजनों की सुविधा के दृष्टिगत कीर्तन का आयोजन मंदिर के साथ स्थापित भवन में हाॅल में करने का निर्णय लिया गया है।
मनमोहन शर्मा ने कहा कि इस हाॅल में कीर्तन का आयोजन सभी के लिए सुविधाजनक रहेगा।
उन्होंने कहा कि कीर्तन पर किसी भी प्रकार की कोई रोक नहीं लगाई गई है। उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि मंदिर के साथ स्थापित हाॅल में कीर्तन करें ताकि किसी को भी किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े और कीर्तन भी सुचारू रहे।
उपायुक्त ने कहा कि ज़िला प्रशासन माता शूलिनी मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को सभी सुविधाएं प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है और भविष्य में भी सभी से सहयोग एवं परामर्श से इस दिशा में उचित कदम उठाए जाएंगे।