पति की लंबी आयु और उसकी सलामती के लिए 19 मई 2023 को सुहागिनें वट सावित्री व्रत रखेंगी. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन माता सावित्री अपने पति सत्यवान को यमराज से छीनकर वापिस ले आई थीं.
वट सावित्री व्रत में बरगद के पेड़ की पूजा करने से त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु, महेश का आशीर्वाद मिलता है, जिससे वैवाहिक जीवन में कभी संकट के बादल नहीं आते. इस साल वट सावित्री व्रत के दिन कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है जो कई राशियों पर धन की बरसात करेगा.
ज्येष्ठ अमावस्या पर वट सावित्री व्रत की शुरुआत 18 मई को शाम 07.37 मिनट पर होगी और 19 मई को शाम 06.17 मिनट पर समाप्ति होगी. इस साल वट सावित्री व्रत पर शश योग, गजेकसरी योग और शोभन योग का संयोग बन रहा है जिससे कई राशियों को लाभ होगा . चूँकि इस दिन शनि जयंती भी है, जानकारों के अनुसार 30 साल बाद शनि जयंती पर शोभन योग का संयोग बन रहा है जिससे कई राशियों को लाभ होगा.
वट सावित्री व्रत से दो दिन पहले ही मेष राशि में गुरु और चंद्रमा की युति से गजकेसरी योग बन रहा है, जो मेष राशि वालों को बंपर लाभ पहुंचाएगा.गजकेसरी योग के प्रभाव से मां लक्ष्मी आप पर मेहरबान रहेंगी और धन के स्तोत्र बढ़ेंगे.
वट सावित्री व्रत का पर्व मिथुन राशि के जातकों के लिए उन्नतिकारक होगा. कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारी मिल सकती है जो आपको शिखर तक पहुंचाएगी. व्यापारियों को आर्थिक लाभ होगा.
तुला राशि के जातकों के लिए वट सावित्री व्रत पर बन रहे 3 शुभ योग कई शुभ फल प्रदान करेंगे. इस राशि के लोगों के बिजनेस के विस्तार के योग हैं. अचानक से धन लाभ होगा. जो काम काफी समय से टल रहा है वो पूरा होगा.