स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डाॅ. धनीराम शांडिल ने छात्रों का आह्वान किया कि वह प्राप्त विद्या का उपयोग जनहित में करें ताकि उनकी शिक्षा और अनुभव देश और प्रदेश के विकास को पुष्ट कर सके। डाॅ. शांडिल आज सोलन ज़िला के बद्दी स्थित आई.ई.सी विश्वविद्यालय के 5वें दीक्षांत समारोह में उपस्थित विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि शिक्षा अच्छे दिनों का गहना है और मुश्किल समय की आश्रय शक्ति है। शिक्षा युवाओं को परिपक्व बनाकर उनके भविष्य का मार्ग प्रशस्त करती है। उन्होंने कहा कि आज के युवा कल के उत्तरदायी नागरिक हैं और हम सभी को यह सुनिश्चित बनाना चाहिए कि युवाओं को शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों और संस्कारों की जानकारी भी मिले।


डाॅ. शांडिल ने सभी डिग्री धारकों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है। प्रदेश सरकार युवाओं को गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए कृत संकल्प है। विद्यालय स्तर पर बेहतर शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश सरकार सभी विधानसभा क्षेत्रों में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोलने जा रही है। इसके लिए स्थान भी चिन्हित कर लिए गए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने छात्रों से आग्रह किया कि जीवन में सदैव नशे से दूर रहें और नशा न करने का संकल्प लें।उन्होंने कहा कि आईईसी विश्वविद्यालय विभिन्न विषयों में विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान कर रही है।स्वास्थ्य मंत्री ने गत वर्ष में उत्तीर्ण सभी पी.एच.डी, एम.फिल, स्नातकोत्तर तथा स्नातक छात्रों को डिग्री प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने विभिन्न संकायों के होनहार विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक एवं सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट से भी सम्मानित किया।

डाॅ. शांडिल ने पुलिस अधीक्षक बद्दी मोहित चावला, पत्रकार बलबीर सिंह, अधिवक्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ता विनीत गौतम, प्रशासक शुभलक्षण सिंह बिंद्रा और टेक्निकल ब्रूक्स लैबोरेट्रीज के डायरेक्टर मनप्रीत सिंह नारू को विशिष्ट कार्य के लिए मानद उपाधि से सम्मानित किया।इस अवसर पर सभी विद्यार्थियों ने पारंपरिक परिधान और पहाड़ी टोपी पहनकर डिग्री हासिल की।स्वास्थ्य मंत्री ने इस अवसर पर बीबीएन के उद्योगपतियों के साथ आईईसी यूनिवर्सिटी के सभागार में एक बैठक कर विभिन्न विषयों पर सारगर्भित विचार-विमर्श किया।

मुख्य संसदीय सचिव (उद्योग, राजस्व एवं नगर नियोजन) राम कुमार ने सभी डिग्री धारकों से आग्रह किया कि अपने शोध, शिक्षा, ज्ञान एवं कौशल के उपयोग से विकास को नई दिशा प्रदान करें।आईईसी विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. नवीन गुप्ता ने कहा कि आईईसी विश्वविद्यालय की ओर से शोध-कार्य और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। विभिन्न समस्याओं को सुलझाने के साथ-साथ सामाजिक विकास के लिए विश्वविद्यालय के 200 से अधिक पीएचडी शोधार्थी निरंतर शोध कर रहे हैं।पुलिस अधीक्षक बद्दी मोहित चावला, उपमण्डलाधिकारी नालागढ़ दिव्यांशु सिंगल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डाॅ. राजन उप्पल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रमेश शर्मा, अन्य अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति एवं छात्र तथा अभिभावक इस अवसर पर उपस्थित थे।

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