ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सोलन द्वारा आज आपदा से होने वाले नुकसान को न्यून करने के उद्देश्य से समर्थ अभियान के अंतर्गत सुरक्षित निर्माण प्रथाओं पर प्रशिक्षण तथा क्षमता निर्माण पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अजय यादव ने की।

अजय यादव ने कहा कि हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक आपदा की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। उन्होंने कहा कि भविष्य में आपदा से होने वाले नुकसान को न्यून करने के लिए गुणवत्तायुक्त भवन निर्माण पर बल देना आवश्यक है ताकि किसी भी प्रकार की आपदा से कम जानो-माल का नुकसान हो।

उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान लोगों के घरों को काफी नुकसान हो सकता है। ऐसी स्थिति को टालने के लिए मकानों का निर्माण सुरक्षित स्थान पर गुणात्मक सामग्री द्वारा करना आवश्यक है ताकि आपदा के समय कम से कम नुकसान हो। उन्होंने कहा कि आपदा से बचाव के लिए पारम्परिक निर्माण प्रथाओं को अपनाकर भी नुकसान को कम किया जा सकता है।
अजय यादव ने कहा कि ज़िला सोलन के सभी उपमण्डलों में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को प्राकृतिक आपदाओं के प्रति जागरूक किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की आपदा के समय सबसे पहले स्थानीय लोग ही मौके पर पहुंचते हैं। इसलिए, आम लोगों का आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूक होना आवश्यक है ताकि आपदा से होने वाले नुकसान को न्यून किया जा सके।कार्यशाला में आए अभियंता, ठेकेदारों तथा भवन निर्माण पेशेवरों के साथ भूकम्प रोधी भवन निर्माण के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की गई।कार्यशाला में लगभग 50 लोगों ने भाग लिया।इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अभियंता, निजी ठेकेदार तथा भवन निर्माण पेशेवर उपस्थित थे।

error: Content is protected !!