ज़िला सोलन में 23 मार्च तक पोषण पखवाड़ा 2024 आयोजित किया जा रहा है। यह जानकारी ज़िला कार्यक्रम अधिकारी सोलन विनोद गौतम ने दी।विनोद गौतम ने कहा कि पोषण के विषय में जन-जन को जागरूक करने और कुपोषण को मिटाने के लिए पोषण पखवाड़ा आयोजित किया जाता है। इस वर्ष पोषण पखवाड़ा का उद्देश्य जीवन चक्र दृष्टिकोण के माध्यम से कुपोषण से व्यापक रूप से निपटना है। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए पोषण पखवाड़ा तीन थीम पर आधारित है।
ज़िला कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि तीन थीम के अंतर्गत पोषण भी पढ़ाई भी, पारम्परिक और स्थानीय आहार प्रथाओं से पोषण के प्रति संवेदनशीलता पर ध्यान केन्द्रित करना और गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य और शिशु तथा छोटे बच्चों को दूध पिलाने की प्रथा सहित सम्पूर्ण देखभाल सुनिश्चित करना है।
उन्होंने कहा कि 13 मार्च, 2024 तक ‘पोषण भी पढ़ाई भी’ के अंतर्गत पोषण शपथ, प्रारम्भिक बाल्य काल देखभाल और शिक्षा, खेल-खेल के माध्यम से स्वास्थ्य वर्धक भोजन का ज्ञान और स्वाद संवर्धन तथा पूर्व स्कूली शिक्षा के तहत बच्चों के लिए मनोरंजक साक्षरता गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।विनोद गौतम ने कहा कि 14 से 18 मार्च, 2024 तक पारम्परिक और स्थानीय आहार प्रथाओं से पोषण के प्रति संवेदनशीलता पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा। इसके तहत पोष्टिक आहार प्रदर्शनी तथा हिमाचल के भूले हुए व्यंजनों पर चर्चा एवं प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस अवधि में पोषण प्रतियोगिता, प्राकृतिक पत्तल व भोज्य सामग्री उपायों पर स्थानीय लोगों से चर्चा की जाएगी और मोटे अनाज के उपयोग को बढ़ावा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 19 से 23 मार्च, 2024 तक नवजात शिशु तथा गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य जानने के लिए घर-घर तक पहुंचा जाएगा और गर्भवती महिलाओं को आवश्यक जानकारी प्रदान की जाएगी।ज़िला कार्यक्रम अधिकारी ने लोगों से आग्रह किया कि अपने क्षेत्रीय आंगनवाड़ी केन्द्र के माध्यम से पोषण पखवाड़ा से जुड़े और सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से उचित जानकारी प्राप्त कर कुपोषण मिटाने में सहयोगी बनें।