राजीव ख़ामोश , कुठाड़ : जिला सोलन के दून विधानसभा क्षेत्र के पट्टा बड़ियां पंचायत के अंतर्गत लगने वाले तीन सप्ताह के मेले का आयोजन हो रहा है यह मेला 2 अप्रैल से आरंभ होकर के 14 अप्रैल तक चलेगा l श्री जोड़ीजी साहिब मेला हिंदू सिख -एकता का प्रतीक माना जाता है l यहां पर हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा,उत्तर प्रदेश,उत्तराखंड एवं दिल्ली से लाखों श्रद्धालु पूर्ण भक्ति भाव एवं आस्था के साथ इस धार्मिक आस्था के प्रतीक स्थल पर मथा टेकने इस दौरान अवश्य आते हैं और गुरु जी के इस पावन स्थल पर उनकी मनोकामना भी पूर्ण होती है l
हिंदू सिख -एकता के प्रतीक इस धार्मिक स्थल को सिखों के प्रथम गुरु गुरु नानक देव जी के चरण स्पर्श क्षेत्र भी इसे माना जाता है l इसी पावन मेले के अंतर्गत आजकल चंडी में भी माँ चंडी मंदिर प्रांगण में जहां पर वर्षों से गुरु की चौकी मंजरी रूप मेंस्थापित है, वहां माँ चंडी की पूजा के साथ-साथ इस चौकी पर भी सभी भक्तजन उतने ही श्रद्धा और भक्ति भाव रखते हैं l इसी स्थान के नजदीक मंदिर समिति चंडी,लंगर समितिचंडी ,ग्राम पंचायत चंडी एवं स्थानीय लोगों के रचनात्मक सहयोग से वहां से इस मेले को जाने और आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए सेवा स्वरूप एवं सुविधा के लिए 6 अप्रैल शनिवार से प्रतिदिन विशाल लंगर का आयोजन हो जा रहे हैं l जहां पर श्रद्धालुओं को बड़े भक्ति भाव एवं श्रद्धा के साथ प्रसाद वितरित कियाजा रहा है l
जब-जब भी हर तीसरे वर्ष श्री जोहड़ जी साहिब के मेले का आयोजन होता है तो चंडी मे इस प्रकार के लंगर का आयोजन श्रद्धालुओं की सेवा के लिए होता आ रहा है l इस आयोजन के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए मंदिरसमिति के अध्यक्ष चंद्र मोहन शर्मा, लंगर समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार एवं ग्राम पंचायत चंडी के प्रधान बलवंत ठाकुर ने बताया विगत 6 अप्रैल को मंदिर परिसर में गुरु जी का झंडा विधि विधान और पूजा के साथ सभी स्थानीय लोगों ने मिलकर बहुत ही भक्ति भाव के साथ देव वाद्य यंत्रों के साथ चढ़ाया गया l
उसके उपरांत सभी सभी भक्तजनों एवं स्थानीय लोगों ने विभिन्न प्रकार के भजन संकीर्तन के द्वारागुरु की अरदास की एवं विभिन्न प्रकार के भक्ति भाव से पूर्ण भजनों द्वारागुरु एवं माँ चंडी की स्तुति की गई l उसके उपरांत सभी के लिए लंगर मे तैयार किए गए प्रसाद वितरण का पावन कार्य का शुभारंभ किया गया l इस विशाल लंगर का आयोजन प्रतिदिन मंदिर परिसर में स्थानीय लोगों एवं अन्यभक्त जनों के रचनात्मक सहयोग से इस लंगर का आयोजन सभी श्रद्धालु भक्तजनों के लिए हो प्रतिदिन 13 अप्रैल तक रहा है l उन्होंने अधिक से अधिक श्रद्धालुओं को इस लंगर का प्रसाद ग्रहण करके पुण्य के भागीदार बनने का आह्वान किया है l