बच्चों और वयस्कों में दिल के छेद की समस्या अब परेशानी का सबब नहीं बनेगी क्योंकि MMU मेडिकल कॉलेज में दिल के छेद बंद करने के लिए आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। धर्मपुर निवासी ५२ वर्षीय राजेंद्र ने पैरों में सूजन एवं सांस फूलने के लिए मेडिकल कॉलेज में वरिष्ठ हृदयरोग विशेषज्ञ डा शशांक पांडे से संपर्क किया।
इकोकार्डियोग्राफी व अन्य जाचों से पता चला कि रोगी दिल में छेद से ग्रस्त है जिस कारण हृदय का दाएं हिस्सा फैल गया है। इस रोग को मेडिकल भाषा में एट्रियल सेप्टल डिफेक्ट कहते हैं।डा शशांक पांडे, डा आरुष बंसल एवं टीम ने बिना चीरे के डिवाइस क्लोजर माध्यम दिल का छेद बंद किया। मरीज अब स्वस्थ है और हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।
मेडिकल कॉलेज सुपरिटेंडेंट डा मनप्रीत नंदा ने डा शशांक एवं उनकी टीम को सफल ऑपरेशन के लिए बधाई दी और बताया कि मरीज का उपचार हिमकेयर के माध्यम से निशुल्क किया गया है। डा नंदा ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स और स्टाफ अत्याधुनिक तकनीकों एवं सुविधाओं के साथ रोगियों का इलाज करने के लिए सदैव तत्पर हैं।