आजकल के बच्चे पबजी, फ्री फायर, सबवे सर्फर, कैंडी क्रश जैसे गेम्स में अटके रहते हैं बाहर खेलने के लिए कह दो तो धूप और गर्मी का बहाना बनाने लगते हैं। बच्चों की आदत सेहत की दुश्मन बन रही है। बैठे रहने से बच्चों को लीवर संबंधी परेशानियां बढ़ रही हैं और इसी वजह से इतनी छोटी उम्र में उनकी सेहत भी खराब हो रही है। बच्चों की आउटडोर गेम्स से दूरी कैसे सेहत को बिगाड़ रही है, फिनलैंड के वैज्ञानिकों ने जो स्टडी की है वो काफी डराने वाली है।

रिसर्च के मुताबिक जो बच्चे दिन में 6 घंटे बिना फिज़िकल एक्टिविटी के रहते हैं उनमें फैटी लीवर का खतरा बढ़ जाता है जो की युवा अवस्था तक सीरियस कंडीशन में पहुंच सकता है | वहीं दूसरी ओर जो बच्चे खेलकूद करते हैं, उनमें इस बीमारी का खतरा 33% तक घट जाता है इसलिए सभी पेरेंट्स को अपने बच्चों को बाहर नेचर में खिलाना चाहिए | जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंड एक्सपेरिमेंटल हेपेटोलॉजी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर तीसरा बच्चा फैटी लिवर का शिकार है |

फैटी लीवर की बीमारी बच्चों के साथ साथ बड़ों में भी इस कदर बढ़ रहा है कि शुगर और ओबेसिटी के बाद अब भारत फैटी लीवर की कैपिटल बनने के कगार पर है।जब लोग उल्टा सीधा खाएंगे और फिर उसे पचाने के लिए पसीना ना बहाकर सारी मेहनत सिर्फ पाचन तंत्र से कराएंगे तो जिगर पर तो फैट चढ़ेगा ही ना इसलिए लिवर पर बढ़ते इस खतरे को समझे और वक्त रहते इस बीमारी को अटेंशन ना दी तो लिवर सिरोसिस, फाइब्रोसिस, कैंसर तक की नौबत आ सकती है . इसके लिए नित्य योग और प्राणायाम करने का अभ्यास डालना अत्यधिक आवश्यक है .

लीवर की बिमारी का कारण क्या है ?

तली हुई चीज़ों का अत्यधिक सेवन , मसालेदार चीज़ों का सेवन , फेटी फूड्स , जंक फ़ूड , रिफाइंड शुगर का प्रयोग , मदिरापान का अधिक प्रयोग

लीवर को कैसे रखें सही

नित्य मौसमी फलों का सेवन करें , साबुत अनाज का सेवन , लो फैट डेयरी प्रोडक्ट , प्लांट बेस्ड फूड का सेवन करें ,शाकाहारी खाना खाएं , नित्य व्यायाम करें , योग और प्राणायाम को अपनी दिनचर्या में करें शामिल |

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