राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ला ने आज सोलन जिले के निकट कैथलीघाट स्थित शुंगल टनल का दौरा किया। इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने 4800 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 28.5 किलोमीटर लम्बी शिमला बाईपास (फोर लेनिंग) परियोजना की प्रगति का जायज़ा लिया। यह परियोजना न केवल 15 किमी की दूरी को कम करेगी, बल्कि यात्रियों को 1 घंटे की समय बचत भी प्रदान करेगी।
राज्यपाल ने बताया कि परियोजना में कुल 10.6 किलोमीटर लम्बी 10 टनलों का निर्माण होगा, जिसमें बड़े ब्रिज और वायाडक्ट्स भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के तहत 5000 पेड़ों को कटने से बचाया गया है और पहाड़ी क्षेत्र का कटाव भी रोका गया है। यह पर्यावरण संरक्षण में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी श्री अब्दुल बासित ने बताया कि शुंगल टनल का निर्माण जनवरी 2025 तक पूरा हो जाएगा, जिसमें 90 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
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पर्यावरण संरक्षण और सुगम यात्रा के लिए महत्वपूर्ण माने जा रहे इस प्रोजेक्ट से न केवल वायु प्रदूषण में कमी आएगी, बल्कि कार्बन फुटप्रिंट को भी कम किया जा सकेगा।