हर साल 1 सितंबर से 7 सितंबर के बीच न्यूट्रिशन वीक मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य लोगों में पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस साल की थीम है “इटिंग फॉर ए हेल्दी टूमॉरो” यानी अपने स्वस्थ भविष्य के लिए सोच समझकर आहार लेना। स्वस्थ आहार न लेने से शरीर में धीरे-धीरे विटामिन और मिनरल की कमी बढ़ने लगती है, जिससे एनीमिया जैसी गंभीर समस्या उत्पन्न होती है। इस लेख में हम जानेंगे एनीमिया के कारण, लक्षण और इससे बचने के उपाय।
एनीमिया के कारण:
आयरन और विटामिन बी 12 की कमी:
आयरन, फोलेट और विटामिन बी 12 की कमी से रेड ब्लड सेल्स की संख्या कम हो जाती है, जिससे शरीर में थकान और कमज़ोरी बढ़ने लगती है।स्मॉल इंटेस्टाइन इंफेक्शन:
गलत खान-पान के कारण स्मॉल इंटेस्टाइन में इंफेक्शन हो सकता है, जिससे आयरन और अन्य पोषक तत्वों का अवशोषण बाधित हो जाता है।प्रेगनेंसी:
गर्भावस्था के दौरान शरीर में ब्लड वॉल्यूम बढ़ने लगता है, जिससे रेड ब्लड सेल्स के निर्माण के लिए अधिक आयरन और विटामिन की आवश्यकता होती है।अनुवांशिकता:
अगर परिवार के किसी सदस्य को एनीमिया है, तो यह समस्या अनुवांशिकता के कारण भी हो सकती है।अचानक ब्लड लॉस:
किसी दुर्घटना या पीरियड साइकल के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव भी एनीमिया का कारण बन सकता है।
एनीमिया से बचने के उपाय:
आयरन और प्रोटीन रिच आहार का सेवन:
साबुत अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां, नट्स, मछली और लाल-पीले फलों का सेवन करें।ब्रेकफास्ट में बदलाव:
ब्रेड को पोहे और सफेद चनों से रिप्लेस करें। आयरन के अवशोषण को बढ़ाने के लिए इसे विटामिन सी के साथ कंबाइन करें।खट्टे फलों का सेवन:
नींबू, संतरा और मौसमी जैसे खट्टे फलों का सेवन करें, जो शरीर में विटामिन सी की मात्रा को बनाए रखते हैं।चाय, कॉफी और पान से बचें:
खाना खाने के बाद चाय, कॉफी और पान का सेवन न करें क्योंकि इनमें मौजूद कैफीन और चूना आयरन के अवशोषण को बाधित करते हैं।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य ज्ञान पर आधारित है और यह चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। लेख में बताए गए सुझावों का पालन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें।