हिमाचल प्रदेश की वित्तीय स्थिति को लेकर भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मौजूदा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की मौजूदा वित्तीय स्थिति के लिए उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
ठाकुर ने मुख्यमंत्री से उनकी 10 गारंटियों को पूरा करने की मांग की, जिनका उन्होंने सत्ता में आने से पहले वादा किया था। उन्होंने कहा, “जब हम सत्ता में थे, तब समय पर सैलरी और अन्य आर्थिक जिम्मेदारियों को पूरा किया गया था। लेकिन अब मुख्यमंत्री जी जनता को यह कहकर गुमराह कर रहे हैं कि प्रदेश में कोई वित्तीय संकट नहीं है। अगर वास्तव में संकट नहीं है, तो सैलरी और पेंशन का भुगतान क्यों नहीं हो रहा है, और विकास कार्यों को क्यों बंद किया जा रहा है?”
ठाकुर ने मुख्यमंत्री से यह सवाल किया कि वह कब तक अपनी जिम्मेदारी से भागते रहेंगे और जनता को गुमराह करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि सुक्खू जी को अब अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और प्रदेश की वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
भाजपा नेता के इस बयान से हिमाचल प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि मुख्यमंत्री सुक्खू इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।