उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि प्रदेश सरकार ने मेलों, महोत्सवों और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से विशेष कदम उठाए हैं। प्रदेश के सभी प्रमुख आयोजनों में एक सांस्कृतिक संध्या को स्थानीय कलाकारों के कार्यक्रमों के लिए समर्पित किया जाएगा। उन्होंने यह घोषणा अर्की के राज्य स्तरीय सायर मेला-2024 की प्रथम सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ करते हुए की।
उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों की कुल राशि का 50 प्रतिशत हिस्सा हिमाचल प्रदेश के स्थानीय कलाकारों पर खर्च किया जाएगा, ताकि उन्हें अधिक अवसर मिल सकें। इसके साथ ही यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी प्रस्तुतियां लाइव हों।
उप मुख्यमंत्री ने अर्की उपमंडल के ऐतिहासिक बाड़ीधर मेले को जिला स्तरीय मेला बनाने की घोषणा भी की। इस अवसर पर उन्होंने बाड़ीधार में रोप-वे परियोजना की संभावनाओं पर भी बात की और कहा कि इस प्रस्ताव को विशेषज्ञ पैनल के समक्ष रखा जाएगा और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर उचित मंच पर भेजा जाएगा।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आगे कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र में जल्द ही विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं का लोकार्पण किया जाएगा। इसमें महत्वाकांक्षी गंभर खड्ड जल परियोजना और बस अड्डा अर्की शामिल हैं, जिन्हें शीघ्र ही जनता को समर्पित किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। राजकीय महाविद्यालय अर्की में छात्रों की सुविधा के लिए अंग्रेजी और इतिहास में स्नातकोत्तर कक्षाएं शुरू की गई हैं। साथ ही क्षेत्रीय अस्पताल अर्की में विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति कर दी गई है ताकि स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
मुख्य संसदीय सचिव एवं अर्की के विधायक संजय अवस्थी ने इस अवसर पर कहा कि मेले और उत्सव समाज में आपसी भाईचारे और सौहार्द को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने अर्की विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न विकासात्मक मांगों को उप मुख्यमंत्री के समक्ष रखा और मेले को अधिक भव्य और जनहितकारी बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस समिति के उपाध्यक्ष महेश्वर सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष अनुज गुप्ता, खंड कांग्रेस समिति अध्यक्ष सतीश कश्यप, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।