राजीव गांधी प्राकृतिक खेती स्टार्ट-अप योजना के तहत 25 अक्तूबर, 2024 से सोलन जिले में मक्की की फसल खरीद कार्य का शुभारंभ किया जाएगा। इस योजना के तहत किसानों को प्राकृतिक कृषि के माध्यम से उत्पादित मक्की का उचित मूल्य दिलाया जाएगा। उपायुक्त सोलन, मनमोहन शर्मा, सुबह 10 बजे धर्मपुर में इस योजना का शुभारंभ करेंगे और दिन में 2 बजे खरीद कार्य का औपचारिक निरीक्षण करेंगे।

मक्की का मूल्य और खरीद सीमा

कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (ATMA) सोलन के परियोजना निदेशक योगराज चौहान ने बताया कि किसानों से मक्की की फसल 3,000 रुपए प्रति क्विंटल की दर पर खरीदी जाएगी। प्रत्येक किसान से अधिकतम 20 क्विंटल मक्की खरीदी जा सकेगी।

कहां-कहां होगी खरीद?

मक्की की खरीद हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के विभिन्न भंडारण केंद्रों पर की जाएगी। सोलन जिले में अर्की, धर्मपुर, नालागढ़ और सोलन स्थित केंद्रों पर यह कार्य होगा। सभी स्थानों पर खरीद प्रक्रिया सुबह 10 बजे शुरू होगी।

गेहूं की खरीद भी शामिल

परियोजना निदेशक ने आगे बताया कि प्राकृतिक कृषि के माध्यम से उगाई गई गेहूं की फसल भी इस योजना के तहत खरीदी जाएगी, जिसका मूल्य 4,000 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।

युवाओं के लिए स्वरोजगार का अवसर

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में इस योजना की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना और उनकी आय बढ़ाना है। योजना के अंतर्गत मक्की और गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) क्रमशः 30 और 40 रुपए प्रति किलोग्राम तय किया गया है।

योजना के लाभ

राजीव गांधी प्राकृतिक खेती स्टार्ट-अप योजना किसानों को रासायनिक मुक्त खेती के लिए प्रोत्साहित करने और उनकी आय को बढ़ाने का एक प्रभावी माध्यम है। इसके साथ ही यह बेरोजगार युवाओं को प्राकृतिक खेती से जोड़कर स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने में भी सहायक सिद्ध होगी।

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