प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वर्चुअल माध्यम से हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के नालागढ़ के प्लासड़ा में बल्क ड्रग यूनिट का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की अध्यक्षता की और राज्य के नागरिकों को धनतेरस और धन्वंतरि जयंती की बधाई दी।
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने बताया कि 460 करोड़ रुपए के निवेश से स्थापित की गई यह बल्क ड्रग यूनिट देश की पहली फर्मेंटेशन यूनिट है। यहां भविष्य में क्लावुलेनेट पोटेशियम का उत्पादन किया जाएगा, जिससे दवा निर्माण के क्षेत्र में बड़ा योगदान मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इस यूनिट से 1000 युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और यह परियोजना क्षेत्र की आर्थिक प्रगति में मील का पत्थर साबित होगी। आने वाले समय में यह यूनिट नालागढ़ और आसपास के क्षेत्रों को दवा निर्माण में और मजबूत बनाएगी। कुल 860 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाली इस यूनिट से हिमाचल का औद्योगिक क्षेत्र और सशक्त होगा।
बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़: औद्योगिक केंद्र के रूप में उभरता क्षेत्र
हर्षवर्धन चौहान ने यह भी कहा कि बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ (बीबीएन) क्षेत्र में स्थित उद्योग देश की फार्मा इंडस्ट्री में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। बल्क ड्रग यूनिट के उत्पादन के बाद यह क्षेत्र और सुदृढ़ होगा, जिससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे।
वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान योजना का लाभ
प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में 70 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को भी आयुष्मान योजना से जोड़ने का ऐलान किया। उद्योग मंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत हिमाचल को केंद्र से 45 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं, जबकि मरीजों के इलाज पर अब तक 100 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। उन्होंने केंद्र से इस योजना के तहत राज्य के लिए अनुदान प्रतिशत बढ़ाने का अनुरोध किया।
प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, शिमला सांसद सुरेश कश्यप, राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन, और नालागढ़ विधायक हरदीप सिंह बावा मौजूद रहे। इस अवसर पर उद्योग निदेशक यूनुस खान, पुलिस अधीक्षक इलमा अफ़रोज, और बीबीएनडीए की संयुक्त सीईओ प्रिया नागटा भी उपस्थित थीं।
किनवन प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन एस.एस. खिलानी, निदेशक देवांग अजमेरा, और प्रधान परिचालक आर.एस. गुजराल ने भी इस समारोह में भाग लिया।
इस कार्यक्रम से यह स्पष्ट है कि हिमाचल प्रदेश सरकार रोजगार और औद्योगिक विकास की दिशा में लगातार आगे बढ़ रही है, जिससे राज्य की आर्थिक स्थिति को बल मिलेगा।