आज उपायुक्त कार्यालय में अतिरिक्त उपायुक्त एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, अजय यादव की अध्यक्षता में आग से बचाव के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य कार्यालयों और घरों में अचानक आग लगने की स्थिति में त्वरित बचाव के उपायों की जानकारी प्रदान करना था।

अजय यादव ने कहा कि आग की दुर्घटनाओं से बचाव के लिए प्रशिक्षण आवश्यक है। एक प्रशिक्षित व्यक्ति किसी भी आपदा से बचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए कि कार्यालय छोड़ने से पहले सभी विद्युत उपकरण बंद करना सुनिश्चित करें। यह साधारण उपाय आगजनी की घटनाओं को रोक सकता है।

आग बुझाने के उपायों पर विस्तृत जानकारी

मॉक ड्रिल के दौरान दमकल अधिकारी कमलजीत सिंह ने आग बुझाने के उपकरणों के उपयोग के बारे में विस्तार से समझाया। उन्होंने विभिन्न प्रकार की आग बुझाने के लिए उपयुक्त सिलेंडरों की जानकारी दी:

  1. वॉटर टाइप सिलेंडर: साधारण आग बुझाने के लिए।
  2. सी.ओ.2 सिलेंडर: गैस से लगी आग बुझाने के लिए।
  3. डी.सी.पी. सिलेंडर: मेटल से लगी आग बुझाने के लिए।
  4. फोम टाइप सिलेंडर: केमिकल आग के लिए।

अधिकारी ने मॉक ड्रिल के माध्यम से आग बुझाने के उपकरणों के सही इस्तेमाल पर भी व्यावहारिक जानकारी प्रदान की।

आवश्यक निर्देश और जागरूकता

उपायुक्त ने आग बुझाने के प्राथमिक उपकरणों की उपलब्धता और उपयोगिता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि आग बुझाने की तकनीकों के बारे में जागरूक होना हर व्यक्ति के लिए जरूरी है।

इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। मॉक ड्रिल ने आग से बचाव के प्रति जागरूकता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई।

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