भारत अपनी विविधताओं और धार्मिक आस्थाओं के लिए जाना जाता है। हर राज्य में अनोखे रीति-रिवाज और परंपराएं देखने को मिलती हैं। ऐसा ही एक अनोखा मंदिर केरल के अलेप्पी में स्थित है, जिसे थेक्कन पलानी बालसुब्रमण्यम मंदिर के नाम से जाना जाता है। यहां भगवान मुरुगन को चॉकलेट का भोग चढ़ाने की परंपरा है।
अलेप्पी, जिसे भारत का वेनिस कहा जाता है, अपने बैकवॉटर्स और खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य के लिए प्रसिद्ध है। इसी शहर में स्थित यह मंदिर अपने अनोखे भोग के कारण भक्तों के बीच खास पहचान रखता है।
मंदिर में भगवान मुरुगन की पूजा उनके बालरूप में की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र कार्तिकेय को केरल में मुरुगन के नाम से पूजा जाता है। इस मंदिर में बच्चों ने सबसे पहले भगवान को चॉकलेट चढ़ाना शुरू किया था। धीरे-धीरे यह परंपरा सभी आयु वर्ग के लोगों के बीच लोकप्रिय हो गई।
अब यहां भक्त बड़ी श्रद्धा के साथ चॉकलेट का भोग लगाते हैं और यह प्रसाद के रूप में सभी में बांटा जाता है। चॉकलेट भोग की यह परंपरा भगवान मुरुगन के प्रति भक्तों की स्नेह और प्रेम को दर्शाती है।
यह मंदिर लाखों भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता है, जो भगवान मुरुगन के दर्शन करने और उनका चॉकलेट प्रसाद पाने के लिए यहां आते हैं।