हिमाचल प्रदेश का राज्य स्तरीय पूर्ण राज्यत्व दिवस समारोह इस बार 25 जनवरी 2025 (शनिवार) को कांगड़ा जिले के बैजनाथ में आयोजित किया जाएगा। इस ऐतिहासिक दिन की अध्यक्षता प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू करेंगे। समारोह के दौरान मुख्यमंत्री कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कर सकते हैं। सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए यह दिन खास रहेगा, क्योंकि वे मुख्यमंत्री के संबोधन पर नजरें टिकाए हुए हैं।

25 जनवरी 1971 को हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने शिमला के रिज मैदान से हिमाचल के पूर्ण राज्यत्व की घोषणा की थी। उस समय रिज मैदान पर बर्फबारी हो रही थी, लेकिन यह ऐतिहासिक पल हिमाचलवासियों के लिए गर्व का क्षण था। इस घोषणा के साथ हिमाचल भारत का 18वां राज्य बना।

हिमाचल प्रदेश का गठन 15 अप्रैल 1948 को 30 छोटी-बड़ी पहाड़ी रियासतों के विलय से हुआ। इसे पहले चीफ कमिशनर प्रोविंस और फिर 1950 में ‘सी’ स्टेट का दर्जा मिला। 1966 में पंजाब पुनर्गठन के बाद कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर, कुल्लू, और अन्य क्षेत्र हिमाचल में जोड़े गए। इसके बावजूद हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त करने के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ा।

बैजनाथ में आयोजित इस बार के समारोह में पारंपरिक नृत्य, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, और विकास कार्यों की झलक देखने को मिलेगी। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के संबोधन से नए विकास कार्यों और योजनाओं की उम्मीद की जा रही हैइस वर्ष हिमाचल अपने पूर्ण राज्यत्व के 53वें वर्ष में प्रवेश करेगा। यह दिन प्रदेशवासियों के संघर्ष, एकता, और विकास की यात्रा को याद करने का मौका प्रदान करता है।

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