अर्की के विधायक संजय अवस्थी ने कहा कि आत्मनिर्भर गांव ही आत्मनिर्भर हिमाचल का मजबूत आधार हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार की 680 करोड़ रुपए की महत्वाकांक्षी ‘राजीव गांधी प्राकृतिक खेती स्टार्ट अप योजना’ का जिक्र करते हुए बताया कि इस योजना के तहत प्रदेश की हर ग्राम पंचायत से 10 किसानों को ज़हर मुक्त खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य 36,000 किसानों को प्राकृतिक खेती से जोड़ना है।

संजय अवस्थी आज अर्की विधानसभा क्षेत्र की बायला पंचायत के बिस्सियां गांव में जन समस्याओं के निवारण के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बिस्सियां गांव के लिए संपर्क मार्ग की मुरम्मत कार्य का शुभारंभ भी किया।

विधायक ने बताया कि प्राकृतिक खेती से उत्पादित गेहूं को 40 रुपए प्रति किलोग्राम और मक्की को 30 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से खरीदा जा रहा है, जो देश में अधिकतम समर्थन मूल्य है। इसके अलावा, गाय के दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य को 38 रुपए से बढ़ाकर 45 रुपए और भैंस के दूध को 47 रुपए से बढ़ाकर 55 रुपए प्रति लीटर किया गया है।

उन्होंने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए गंभीर प्रयास कर रहे हैं, और सभी नागरिकों को इसमें सहयोग करना चाहिए।

संजय अवस्थी ने विकास कार्यों की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र की सभी दूरदराज पंचायतों में विकास कार्यों में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने जल शक्ति विभाग को बोरवेल से बिस्सियां गांव तक जल आपूर्ति सुनिश्चित करने और गुरुकुल तक संपर्क मार्ग बनाने के लिए तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर ग्राम पंचायत बायला की प्रधान रचना देवी, मटुली के प्रधान कमल, दिग्गल के प्रधान पवन कौशल समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति और बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।

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