हिमाचल प्रदेश में 18 और 19 वर्ष आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या कुल मतदाताओं की 1.69% तक पहुंच गई है। हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछली तिमाही में इस आयु वर्ग के 33,609 नए युवा वोटरों को मतदाता सूची में जोड़ा गया है। यह आंकड़ा पहले 1.27% था, जो अब बढ़कर 1.69% हो गया है।

प्रदेश में पहली बार महिला मतदाताओं की संख्या 28 लाख के पार पहुंची है। निर्वाचन विभाग ने युवा मतदाताओं को वोटर सूची में शामिल करने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाए।

निर्वाचन विभाग ने 18-19 वर्ष आयु वर्ग के युवा मतदाताओं को जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया। इसके तहत प्रदेश के 407 सरकारी और निजी महाविद्यालयों, आईटीआई संस्थानों में विशेष सहायता बूथ स्थापित किए गए।

इन बूथों पर 13 और 26 नवंबर को फार्म-6 भरवाकर नए मतदाताओं का पंजीकरण किया गया। बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) को निर्देश दिए गए कि वे छात्रों की पूरी सहायता करें और उन्हें पंजीकरण प्रक्रिया समझाएं।

निर्वाचन विभाग ने शिक्षण संस्थानों से संपर्क कर छात्रों के मोबाइल नंबरों की जानकारी जुटाई। इन नंबरों पर एसएमएस भेजकर युवाओं से वोटर लिस्ट में नाम दर्ज करवाने की अपील की गई। यह प्रयास युवाओं को जागरूक करने और उन्हें मतदान प्रक्रिया से जोड़ने में कारगर साबित हुआ।

हिमाचल प्रदेश में पहली बार महिला मतदाताओं की संख्या 28 लाख के पार हो गई है। यह आंकड़ा प्रदेश की राजनीति में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी को दर्शाता है। महिला वोटरों की बढ़ती संख्या निर्वाचन विभाग के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी नंदिता गुप्ता ने कहा कि युवा वोटरों के पंजीकरण के लिए एसएमएस कैंपेन और अन्य प्रयासों को और तेज किया जाएगा। विभाग का लक्ष्य है कि हर योग्य युवा मतदाता पंजीकृत हो और मतदान प्रक्रिया में भाग ले।

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