कुल्लू की सैंज घाटी के खईण शैंशर गांव में शुक्रवार सुबह करीब 4 बजे भीषण आग लग गई। यह हादसा प्रताप सिंह और अनिरुद्ध पुत्र रामसरण के अढ़ाई मंजिला मकान में हुआ। आग इतनी तेजी से फैली कि घर में रखा राशन, कपड़े और अन्य सामान देखते ही देखते जलकर राख हो गया। इस घटना के दौरान घर में रखा एक गैस सिलेंडर भी आग की चपेट में आ गया, जिससे जोरदार धमाका हुआ। धमाके में 2 लोग घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
घायलों की पहचान वेद प्रकाश पुत्र महेंद्र सिंह निवासी खईण और कर्मसिंह पुत्र ओम प्रकाश निवासी मनाहरा के रूप में हुई है। दोनों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।मकान के साथ लगी एक गऊशाला भी आग की चपेट में आ गई, जिसमें पशु और गऊशाला का सारा सामान जलकर नष्ट हो गया। प्रारंभिक जांच के अनुसार मकान जलने से करीब 20 लाख रुपये का नुकसान हुआ है, जबकि गऊशाला के जलने से 5 लाख रुपये की हानि का अनुमान लगाया गया है।
घटना की जानकारी मिलते ही खईण शैंशर के ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। ग्रामीणों ने मिलकर आग बुझाने की पूरी कोशिश की और साथ ही तुरंत अग्निशमन विभाग को सूचित किया। फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया।
घटना की सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार हीरा लाल नलवा ने राजस्व विभाग की टीम को मौके पर भेजा। प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत सामग्री और सहायता उपलब्ध करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। हीरा लाल नलवा ने बताया कि घटना की विस्तृत जांच और नुकसान का आकलन किया जा रहा है। रिपोर्ट तैयार होने के बाद पीड़ित परिवारों को फौरी राहत प्रदान की जाएगी।
इस हादसे के बाद गांव के लोगों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए बेहतर इंतजाम किए जाएं।अग्निशमन विभाग के अनुसार, आग लगने का कारण बिजली के शॉर्ट सर्किट या किसी अन्य तकनीकी खामी को माना जा रहा है। हालांकि, इस मामले में विस्तृत जांच की जा रही है।
यह घटना स्थानीय लोगों और प्रशासन के लिए एक बड़ा सबक है। ग्रामीण इलाकों में आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता और सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता पर जोर दिया जाना चाहिए।राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर आगजनी से हुए नुकसान का आकलन करना शुरू कर दिया है। सरकार द्वारा प्रभावितों को मुआवजा और पुनर्वास सहायता प्रदान करने की दिशा में काम किया जा रहा है।