शिमला के सर्कुलर रोड को कालका-शिमला फोरलेन से जोड़ने की महत्वाकांक्षी परियोजना पर तेजी से काम हो रहा है। कैथलीघाट-ढली सेक्शन से शहर का सर्कुलर रोड जुड़ेगा, जिससे हजारों लोगों को लाभ होगा।
चलौंठी में 900 मीटर लंबा फ्लाईओवर बनाया जा रहा है, जो 15 पिलर्स पर आधारित होगा। इसका सबसे ऊंचा पिलर 72 मीटर और अन्य पिलर्स 45 से 71 मीटर तक ऊंचे होंगे। यह फ्लाईओवर चाप आकार में बनेगा और ढली-आईजीएमसी रोड से कालका-शिमला फोरलेन को जोड़ेगा।
निर्माण कार्य में 200 से अधिक मजदूर लगे हैं, और अगले 7 महीनों में सभी पिलर्स तैयार होने की उम्मीद है। सुबह 8 बजे से शाम 7 बजे तक काम किया जा रहा है। पिलर्स को स्टील और कंक्रीट से मजबूत बनाया जा रहा है, जिसके बाद फ्लाईओवर प्लेटफार्म क्रेन की मदद से लगाए जाएंगे।
चलौंठी में गोल चौराहा और ढली-आईजीएमसी सड़क को 10 मीटर चौड़ा किया गया है, जिससे यातायात सुगम होगा। फ्लाईओवर से चंडीगढ़ की यात्रा में लगने वाला समय कम होगा और जाम की समस्या से राहत मिलेगी।
एनएचएआई के साइट इंजीनियर योगेश वर्मा ने बताया कि फोरलेन का निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है। यह परियोजना न केवल यात्रा को सुगम बनाएगी बल्कि शिमला की सुंदरता में भी इजाफा करेगी।
पर्यटन सीजन में यातायात की समस्या प्रमुख चुनौती है, लेकिन इस फ्लाईओवर से शिमला और चंडीगढ़ के बीच सफर आसान और तेज होगा।