सकट चौथ 2025 का व्रत 17 जनवरी, शुक्रवार को रखा जाएगा। इस दिन माताएं अपने बच्चों की सुख-समृद्धि और लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और भगवान गणेश जी की पूजा करती हैं। गणेश जी को तिलकुट का भोग लगाना इस दिन का मुख्य भाग होता है।
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सकट चौथ व्रत कथा
व्रत के दौरान सकट चौथ की व्रत कथा पढ़ने का विशेष महत्व है। गणेश जी और कार्तिकेय के बीच हुई पृथ्वी परिक्रमा की कथा यह सिखाती है कि माता-पिता से बड़ा कोई नहीं। इसी कारण भगवान शिव ने गणेश जी को प्रथम पूज्य का आशीर्वाद दिया।
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सकट चौथ की दूसरी कथा
एक नेत्रहीन बुढ़िया ने गणेश जी की पूजा से अपनी सभी इच्छाएं पूरी कीं। उनकी भक्ति देखकर गणेश जी ने उन्हें 9 करोड़ की माया, अखंड सुहाग, निरोगी काया और मोक्ष का वरदान दिया।
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सकट चौथ 2025 मुहूर्त
- चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 17 जनवरी, सुबह 04:06 बजे
- चतुर्थी तिथि समाप्त: 18 जनवरी, सुबह 05:30 बजे
- चांद निकलने का समय: रात 09:09 बजे
- अभिजीत मुहूर्त: 12:10 से 12:52 दोपहर
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महत्व
सकट चौथ पर चंद्रमा को अर्घ्य देने और व्रत रखने से सभी संकट दूर होते हैं। यह व्रत संतान और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए अत्यंत फलदायक है।
सकट चौथ की पूजा विधि, कथा और मुहूर्त का पालन कर आप भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।