लोक निर्माण और शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर तीखा हमला करते हुए कहा कि ठेकेदारों के लिए घड़ियाली आंसू बहाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने मांग की कि जयराम ठाकुर पहले श्वेत पत्र जारी करें और स्पष्ट करें कि जब उन्होंने सत्ता छोड़ी थी, तो प्रदेश सरकार और लोक निर्माण विभाग पर कितनी देनदारी बाकी थी।
विक्रमादित्य सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जयराम ठाकुर आज ठेकेदारों के हितैषी बनते हैं, लेकिन उनके कार्यकाल में ठेकेदारों को समय पर पेमैंट क्यों नहीं की गई। उन्होंने बताया कि वर्तमान प्रदेश सरकार ठेकेदारों की पेमैंट सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत है। हाल ही में लोक निर्माण विभाग को 80 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं, जिससे छोटे ठेकेदारों की लंबित पेमैंट की जा रही है।
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मंत्री ने कहा कि जयराम ठाकुर को सुर्खियों में बने रहने की आदत है और इसीलिए वे इस तरह की बयानबाजी करते हैं। उन्होंने याद दिलाया कि जयराम ठाकुर, मुख्यमंत्री के साथ वित्त मंत्री भी रहे हैं और उनके समय में भी प्रदेश की वित्तीय स्थिति खराब रही।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सरकार राज्य को वित्तीय संकट से उबारने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है। उन्होंने शहरी विकास विभाग में भी ठेकेदारों की लंबित पेमैंट जल्द जारी करने का आश्वासन दिया।
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उन्होंने ठेकेदारों से अपील की कि वे चिंता न करें, क्योंकि सरकार उनकी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल कर रही है। छोटे और मध्यम ठेकेदारों को राहत देने के लिए लगातार बजट आवंटित किया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश की मौजूदा सरकार वित्तीय स्थिरता लाने और ठेकेदारों सहित सभी वर्गों को राहत प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।