प्रयागराज महाकुंभ 2025 का असर देश के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर देखने को मिल रहा है। इसका सीधा प्रभाव शिमला के पर्यटन कारोबार पर भी पड़ा है। नववर्ष के पहले दो सप्ताहांत में जहां शिमला पर्यटकों से भरा रहता था, अब यहां पर्यटकों की संख्या में भारी कमी आई है।
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शिमला के प्रमुख मंदिरों की वेबसाइट बनेगी
पर्यटन कारोबारियों की चिंता
ट्रैवल कारोबारियों का मानना है कि महाकुंभ 2025 के कारण बड़ी संख्या में लोग प्रयागराज की ओर रुख कर रहे हैं। इसके चलते शिमला आने वाले पर्यटकों की संख्या में गिरावट आई है।
मौसम ने बढ़ाई मुश्किलें
पर्यटन पर मौसम का भी असर देखने को मिला है। शिमला में इस सीजन में बर्फबारी कम हुई है। ऊपरी शिमला के कुछ क्षेत्रों जैसे कुफरी, नारकंडा और चौपाल में हल्की बर्फबारी हुई है, लेकिन मुख्य शिमला में बर्फबारी न होने से पर्यटक निराश हैं। यही वजह है कि पर्यटक शिमला की बजाय कुफरी और नारकंडा जैसे इलाकों का रुख कर रहे हैं।
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स्थानीय गतिविधियां और पर्यटक आमद
रविवार को शिमला में हल्की धूप देखने को मिली, जिससे स्थानीय लोग और कुछ पर्यटक रिज मैदान और मॉल रोड पर सैर करते हुए नजर आए। हालांकि, पर्यटकों की संख्या कम होने से प्रमुख पर्यटन स्थलों पर भीड़ नहीं देखी गई।
पर्यटन उद्योग को उम्मीद
पर्यटन कारोबारी अब आने वाले दिनों में मौसम में सुधार और शिमला में बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं। उनका मानना है कि जैसे ही शिमला में बर्फबारी होगी, पर्यटकों की संख्या फिर से बढ़ेगी।