हिमाचल प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने वाला है। पिछले तीन दिनों में ऊंची चोटियों पर हुई बर्फबारी के कारण ठंड में इजाफा हुआ था, लेकिन रविवार को खिली धूप ने कुछ राहत दी। हालांकि, मौसम विभाग ने 25 फरवरी से फिर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की भविष्यवाणी की है, जिससे प्रदेश में भारी हिमपात और बारिश की संभावना जताई गई है।
शीतलहर की चेतावनी, तापमान में आएगी गिरावट
मौसम विभाग के अनुसार, यह पश्चिमी विक्षोभ 2 मार्च तक सक्रिय रहेगा, जिससे शीतलहर का असर बढ़ सकता है। आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में 1 से 3 डिग्री की गिरावट देखने को मिलेगी, जिससे सुबह और रात में सर्दी और बढ़ सकती है।
अब तक सामान्य से 68% कम हुई बारिश
फरवरी में अब तक हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 50% कम वर्षा हुई है, जबकि पूरे सीजन (जनवरी-फरवरी) में यह आंकड़ा 68% तक कम दर्ज किया गया है। कम बारिश और हिमपात के कारण प्रदेश के जलस्तर पर असर पड़ सकता है, जिससे कृषि और जल आपूर्ति पर संकट गहरा सकता है।
किन जिलों में पड़ेगा असर?
- भारी बर्फबारी संभावित जिले: लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू, चंबा
- तेज बारिश और ठंड बढ़ने की संभावना: शिमला, मंडी, सोलन, सिरमौर
- कोहरे और ठंडी हवाओं का असर: बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर
लोगों के लिए जरूरी चेतावनी
मौसम विभाग ने प्रदेशवासियों को ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। पर्यटकों को ऊंचाई वाले इलाकों में जाने से पहले मौसम अपडेट चेक करने की हिदायत दी गई है।