स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बाल देखभाल संस्थानों में रह रहे बच्चों को आवास, शिक्षा, चिकित्सा और परामर्श सेवाएं प्रदान करने के लिए 59.73 करोड़ रुपये की राशि व्यय की जा रही है। उन्होंने यह घोषणा कण्डाघाट उपमंडल की ग्राम पंचायत ममलीग के गांव धायावाल में भूतपूर्व सैनिक लीग सायरी-ममलीग के सैनिक सामुदायिक भवन की आधारशिला रखते हुए की।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना लागू की है, जिसके तहत निराश्रित बच्चों को ‘चिल्ड्रन ऑफ स्टेट’ का दर्जा दिया गया है। सरकार उनके शिक्षा व अन्य खर्चे उठा रही है।

स्वास्थ्य मंत्री ने भूतपूर्व सैनिकों के हितों के लिए की जा रही पहलों की जानकारी देते हुए कहा कि 60 वर्ष से अधिक आयु के ऐसे पूर्व सैनिकों, जिन्हें कोई पेंशन नहीं मिलती, उनकी आर्थिक सहायता को 3,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये प्रति माह कर दिया गया है।

डॉ. शांडिल ने धायावाल में सैनिक सामुदायिक भवन निर्माण के लिए पहली किश्त के रूप में 5 लाख रुपये देने की घोषणा की और आश्वासन दिया कि धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान जनता की समस्याएं भी सुनीं और संबंधित अधिकारियों को उनके शीघ्र निपटारे के निर्देश दिए।

इस अवसर पर भूतपूर्व सैनिक लीग सायरी-ममलीग के प्रधान नरेश कुमार कौंडल ने मंत्री का स्वागत किया और सैनिक लीग की मांगों से अवगत कराया। कार्यक्रम में ग्राम पंचायत ममलीग के प्रधान हरिचंद ठाकुर, ग्राम पंचायत सायरी की प्रधान अंजू राठौर, सेवानिवृत्त कर्नल संजय शांडिल, खंड विकास अधिकारी कण्डाघाट राजेश ठाकुर सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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