हिमाचल प्रदेश सरकार ने स्कूलों में नशा करने वाले विद्यार्थियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है। अब यदि कोई विद्यार्थी स्कूल परिसर में नशे में पकड़ा जाता है, तो उसे निष्कासित कर दिया जाएगा। इसके अलावा, स्कूलों में एडमिशन के समय विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को यह शपथ पत्र देना अनिवार्य होगा कि वे नशा नहीं करेंगे और स्कूल को नशा मुक्त क्षेत्र बनाए रखने में सहयोग करेंगे।
उच्च शिक्षा विभाग ने इस संबंध में सभी जिलों के उपनिदेशकों को पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं कि वे स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया के दौरान यह सुनिश्चित करें कि सभी विद्यार्थी और अभिभावक शपथ पत्र जमा करें। यह कदम प्रदेश में बढ़ते नशे के मामलों को रोकने के लिए उठाया गया है।
शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों से उन विद्यार्थियों का रिकॉर्ड मांगा है, जो नशे की लत में संलिप्त पाए गए हैं। साथ ही, स्कूलों से यह जानकारी भी देने को कहा गया है कि उन्होंने नशे की रोकथाम के लिए कौन-कौन से कदम उठाए हैं।
यदि कोई विद्यार्थी स्कूल में नशा करते हुए पाया जाता है, तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी और उसे निष्कासित किया जाएगा।