हिमाचल प्रदेश के नगर नियोजन, आवास एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने आज परवाणू के विभिन्न हिमुडा स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि परवाणू जैसे औद्योगिक क्षेत्र में शहरी आवश्यकताओं के अनुरूप नियोजित निर्माण को प्राथमिकता दी जाए।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश में जनसंख्या वृद्धि को ध्यान में रखते हुए सरकार संतुलित भूमि उपयोग और श्रमिकों को उचित आवास सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अनाधिकृत रिहायश कानून व्यवस्था के लिए हानिकारक है।
राजेश धर्माणी ने परवाणू में अवैध झुग्गियों को हटाए गए क्षेत्र का निरीक्षण किया और वहां पूर्व में निवास कर रहे लोगों से बातचीत की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार एकीकृत आवास एवं स्लम विकास कार्यक्रम (IHSDP) के अंतर्गत उनके लिए पुनर्वास की संभावनाएं तलाशेगी।
शहरी विकास मंत्री ने यह भी बताया कि परवाणू में रेहड़ी-फड़ी व्यवसायियों के लिए शीघ्र ही वेंडर मार्किट का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए 170 दुकानें चिन्हित की जा चुकी हैं, और हिमुडा द्वारा इसकी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस प्रोजेक्ट के लिए प्राक्कलन जल्द तैयार किया जाए।
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इस अवसर पर रेहड़ी फड़ी यूनियन ने स्थाई रूप से दुकानें आवंटित करने की मांग रखी, जिस पर मंत्री ने सकारात्मक आश्वासन दिया।इसके बाद मंत्री धर्माणी ने सनवारा में होटल संघ कसौली के पदाधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने उनकी समस्याओं को ध्यान से सुना और समाधान का भरोसा दिलाया।
इस कार्यक्रम में विधायक विनोद सुल्तानपुरी, नगर परिषद अध्यक्ष मोनिषा शर्मा, हिमुडा मुख्य अभियंता सुरेंद्र वशिष्ठ, होटल संघ अध्यक्ष वेद गर्ग, एवं कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।