जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण सोलन द्वारा विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर सोलन जिला के विभिन्न स्थानों पर डिजिटल माध्यम से कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सचिव एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी कपिल शर्मा ने इस कार्यक्रम में लोगों को शिक्षा के महत्व की जानकारी प्रदान की।
कुनिहार विकास खण्ड की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बसन्तपुर, ग्राम पंचायत मांगल, सोलन विकास खण्ड की ग्राम पंचायत आंजी मातला में लोगों को डिजिटल माध्यम से शिक्षा के महत्व के बारे में अवगत करवाया गया।
कपिल शर्मा ने कहा कि 26 अक्तूबर 1966 को संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने अन्तरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाने का निर्णय लिया था। यूनेस्को के इस निर्णय के उपरान्त वर्ष 1967 से विश्व साक्षरता दिवस आयोजित किया जाने लगा।
उन्होंने कहा कि इस दिवस का उद्देश्य व्यक्तिगत, सामुदायिक एवं सामाजिक स्तर पर शिक्षा के महत्व से सभी को अवगत करवाना है। उन्होंने कहा कि ज्ञान का प्रकाश व्यक्ति को सदैव सही मार्ग पर अग्रसर करता है और शिक्षा के आलोक में ही विश्व वास्तविक अर्थों में समग्र विकास की ओर बढ़ता है।
जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सचिव ने कहा कि राष्ट्र और मानव विकास के लिए आवश्यक है कि समाज के हर वर्ग को उनके अधिकारों की जानकारी हो। इस उद्देश्य की पूर्ति में भी साक्षरता दिवस सहायक है।उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के इस दौर में डिजिटल माध्यम से शिक्षा का चलन बढ़ा है।