तमिलनाडु ( Tamil Nadu) में चॉपर क्रैश में जख्मी हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह आज ज़िन्दगी की जंग हार गए | पिछले कुछ दिनों से उनका इलाज बेंगलुरु के एक अस्पताल में चल रहा था, जहां 7 दिन बाद आज उनका देहांत हो गया है|वायुसेना के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसकी जानकारी दी गई. ट्वीट के मुताबिक, कैप्टन वरुण सिंह ने आज सुबह आखिरी सांस ली| वो 8 दिसंबर को हुए IAF Mi-17V5 हेलीकॉप्टर क्रैश में बुरी तरह जख्मी हो गए थे. कैप्टन वरुण सिंह को इसी साल अगस्त में शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था |
IAF is deeply saddened to inform the passing away of braveheart Group Captain Varun Singh, who succumbed this morning to the injuries sustained in the helicopter accident on 08 Dec 21. IAF offers sincere condolences and stands firmly with the bereaved family.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) December 15, 2021
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, उनके पिता और भाई सशस्त्र बलों की तीन सेवाओं में रहे हैं. जहां कैप्टन वरुण सिंह भारतीय वायु सेना में कार्यरत थे तो उनके पिता, कर्नल (सेवानिवृत्त) केपी सिंह,आर्मी एयर डिफेंस की रेजिमेंट में सेना के जवान थे | कर्नल केपी सिंह के बेटे और ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के छोटे भाई, लेफ्टिनेंट कमांडर तनुज सिंह भारतीय नौसेना में एक अधिकारी हैं |
कैप्टन वरुण उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रुद्रपुर तहसील के कन्हौली गांव के रहने वाले थे | पिछले साल एक उड़ान के दौरान बड़े टेक्निकल फॉल्ट की चपेट में आने के बाद अपने विमान को हैंडल करने के अदम्य साहस के लिए उन्हें 15 अगस्त 2021 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था| उन्होंने अपने तेजस फाइटर को मिड-एयर इमरजेंसी के बावजूद 10 हजार फीट की ऊंचाई से सुरक्षित उतारा था|