Corona Testing किसे कराना चाहिए और किसे नहीं
कोरोना की तीसरी लहर ने लोगों को डराना शुरू कर दिया है. लाखों की संख्या में केस सामने आ रहे हैं. हालांकि सरकार ने वैक्सीनेशन को गति देते हुए कई प्रकार की गाइडलाइन जारी की हैं, जिससे कोरोना से बचाव में आपको मदद मिल सकती है.
एक्सपर्टस का मानना है कि नया वेरिएंट ओमिक्रोन भी अगले कुछ दिनों में पीक पर आ सकता है. इस नए वेरिएंट को लेकर एक्सपर्ट दावा कर रहे है कि यह डेल्टा जितना खतरनाक नहीं हैं. वहीं लोगों के जहन में ये सवाल भी है कि आखिर किन लोगों को कोरोना की जांच करवानी चाहिए.
ऐसे में ICMR ने बताया है कि किन लोगों को कोरोना की जांच करवानी चाहिए और किन लोगों को नहीं करवानी चाहिए.
जारी की गई गाइडलाइन के मुताबिक किन लोगों को कोरोना टेस्ट करवाना चाहिए
- जिन लोगों को कफ, बुखार, खांसी, गले में खराश, मुंह में स्वाद न आना जैसी शिकायत हो उन्हें कोरोना की जांच करवानी चाहिए.
- संक्रमित के संपर्क में आए 60 साल की उम्र के लोग और गंभीर बीमारी वाले लोगों को संक्रमित के संपर्क में आने पर कोरोना की जांच करवा लेनी चाहिए.
- इसके अलावा यदि कोई विदेश यात्रा से वापस लौटा हो.
- कोई विदेशी यात्री भारत में आया हो.
- जिन्हें डॉक्टर्स ने सलाह दी हो.
गाइडलाइंस के मुताबिक किन लोगों को कोरोना टेस्ट कराने की जरूरत नहीं
- एसिम्टोमैटिक लोगों को कोरोना की जांच करवाना जरूरी नहीं है.
- संक्रमितों के संपर्क में आए लोग जिन्हें अधिक जोखिम न हो.
- जिन लोगों को होम आइसोलेशन से छुट्टी मिली हो.
- ऐसे लोग जो कोविड-19 से ठीक होने पर डिस्चार्ज हुए हों.
- घरेलू यात्रा करने वाले यात्रियों को कोरोना की जांच करवाने की कोई जरूरत नहीं है.