जितेन्द्र शर्मा : दून के पहाड़ी क्षेत्र साईं में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस की कथा में कथा प्रवक्ता नरेंद्र भारद्वाज ने सभी भक्तों को कथा सुनाते हुए कहा कि रामायण हमें जीवन में जीना सिखाती है हमें अपने भाई के साथ अपनी बहन के साथ अपनी माता और अन्य लोगों के साथ किस तरह रहना चाहिए और कैसा व्यवहार करना चाहिए इसी राम कथा में आता है |

श्री राम जी की प्रेरणा से ही हमें जीवन में सीखने को कुछ ना कुछ मिलता है उन्होंने कथा सुनाते हुए कहा कि इस कलयुग में अधिकतर माताएं ही कथा सुनने के लिए आती है पुरुषों की संख्या बहुत कम होती है और शास्त्रों में भी यह लिखा है कि धार्मिक कार्यों और धार्मिक रास्ते में चलाने के लिए महिला का बहुत योगदान है कथा के दौरान महिलाओं को भी पतिवर्ता के बारे में समझाया और उन्होंने कहा कि जो लोग अपने धर्म पर चलते हैं और धर्म की रक्षा करते हैं उन्हें किसी भी तरह से डरने की जरूरत नहीं है |

उन्होंने अंत में भोले बाबा भगवान शिव की कथा भी सुनाई और कहा कि हमें अपने जीवन में सभी कथाओं का आनंद लेना चाहिए और घर में हमें सभी धार्मिक पोस्ट के रखनी चाहिए और उन्हें पढ़ना चाहिए अंत में उन्होंने शिव भजन और महामंत्र कीर्तन का उच्चारण किया यह कथा श्री राम चंद्र शास्त्री साईं वाले के घर मैं चल रही है |

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