वित्तीय समावेशन विकास विभाग, भारतीय रिज़र्व बैंक, शिमला द्वारा गत दिनों औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सोलन में इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक ई-बात कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में आईटीआई सोलन के 100 से अधिक छात्रों और 10 संकाय सदस्यों ने भाग लिया, जिन्हें ई-बैंकिंग प्लेटफार्मों जैसे यूपीआई, यूएसएसडी, आईएमपीएस, एनईएफटी, आरटीजीएस आदि के बारे में जागरूक किया गया। यह हिमाचल प्रदेश में आरबीआई शिमला द्वारा आयोजित पहला ई-बात कार्यक्रम था।
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अमरेन्द्र गुप्ता ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और उसके साथ डिजिटल माध्यमों से बैंकिंग के बढ़ते उपयोग के संदर्भ में ई-बात कार्यक्रम के उद्देश्यों पर चर्चा की।उन्होंने प्रतिभागियों को मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग से सम्बन्धित खुदरा इलेक्ट्रॉनिक भुगतान उत्पाद, क्रेडिट और डेबिट कार्ड का सुरक्षित उपयोग, इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग लेनदेन करते समय बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी दी।
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उन्होंने साइबर धोखाधड़ी के तौर-तरीकों और उपयोगकर्ताओं द्वारा अपनाए जाने वाले सुरक्षा उपायों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।इसके अतिरिक्त, नमन संधू, सप्र ने आईटीआई सोलन में कौशल प्रशिक्षण लेने वाले प्रतिभागियों के लिए प्रासंगिक विभिन्न बैंकिंग योजनाओं के बारे में बताया। प्रतिभागियों के बीच वित्तीय साक्षरता के स्तर को बढ़ाने के लिए वित्तीय जागरूकता संदेश पुस्तिकाएं वितरित की गईं।