राजीव ख़ामोश : प्रदेश में मादा गौवंश में बढ़ रहे लम्पी पॉक्स त्वचा रोग के संक्रमण की रोकथाम लेकर पशुपालन विभाग ने कमर कस ली है और विभाग के चिकित्सक और फार्मासिस्ट ग्रामीण क्षेत्र में जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं ताकि मादा गौवंश को इस संक्रमण से बचाया जा सके |
इसी कड़ी में कृष्णगढ़ कुठाड़ पंचायत में भी पशु पालन विभाग से आये डॉ.नीरज और फार्मासिस्ट कमल ने ग्रामीण लोगों को इस संक्रमण की रोकथाम को लेकर जानकारी प्रदान की . उन्होंने बताया कि लंपी वायरस एक गाय से दूसरी गाय के सिर्फ संपर्क में आने पर ही फैल रहा है. लंपी त्वचा रोग एक संक्रामक बीमारी है, जो मच्छर, मक्खी, जूं इत्यादि के काटने या सीधा संपर्क में आने अथवा दूषित खाने या पानी से फैलती है. इससे पशुओं में तमाम लक्षणों के साथ उनकी मौत भी हो सकती है.
इस विशेष बीमारी का कोई इलाज या टीका नहीं है और लक्षणों के अनुसार उपचार दिया जाता है. उन्होंने बताया कि इस संक्रमन के प्राथमिक लक्षण त्वचा पर चेचक, तेज बुखार और नाक का बहना है . इस दौरान उन्होंने कुछ लोगों के घरों में मादा गौवंश की जाँच करके उन्हें एहतियात के तौर पर संक्रमण से बचाव की वेक्सीन भी लगाई. इस दैरान उनके साथ ग्रामपंचायत प्रधान कैलाश शर्मा मौजूद रहे.