नया युवा या अनुभवी नेता को उतारा जा सकता है election में
अर्की , शहनाज़ भाटिया :
अर्की विधानसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री व अर्की से विधायक स्व० राजा वीरभद्र सिंह के निधन के बाद अर्की का सियासी पारा भी जोरो पर है पिछले कल अर्की कल्याण संस्था स्थापना समारोह में जहां पूर्व विधायक ने अपना शक्ति प्रदर्शन दिखा कर सरकार व संगठन की नींदे उडा दी है। और उप-चुनाव को देखते हुए जहां पर राजनीतिक पार्टीयाँ अपने अपने स्तर पर जगह-जगह पर मीटिंग कर रहीं हैं और नई रणनीति बना रही हैं।
कल दाडलाघाट में अर्की कल्याण संस्था ने यह भी तय कर दिया है कि अगर गोविंद राम चुनाव से पीछे हटते है तो परगना मलौण,परगना रामपुर,परगना सिन्धुर्थ,और परगना सिन्धुर्थ गर्भी से चुनावी मैदान में जो भी प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरेगा और सियासत के इन खिलाडियों को मात देगा उसे पुर्ण सहयोग दिया जायेगा और चुनावों में अपने क्षेत्र के प्रत्याशी को जिताने के लिए परगना मलौण,रामपुर का एक इतिहास रहा है कि सभी एकजुटता से जी जान लगा देते है। अगर सूत्रों की माने तो इस चुनाव में चुनाव में,कोई युवा या वरिष्ठ नेता भी अपना भाग्य आजमां सकता है।और अगर इस समय राजनीतिक पंडितो से बात करे तो उनके मुताबिक अर्की को एक नये ऊर्जावान,युवा,और सभी को समान समझने और साथ लेकर चलने वाले नेतृत्व की आवश्यकता है जो विकास को नई ऊँचाईयो पर लेकर जाने की क्षमता रखता हो !
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 24 पंचायतों से चेहरा उतारने को लेकर पिछले काफी समय से लेकर गुपचुप बैठके चल रही है। और तजुर्बेकार रणनितिकार अपनी चुनावी रणनीतियां बनाने में जुटे है।और गोविंद राम शर्मा के निर्णय होते ही तूरंत बाद विकास से वंचित,और दरकिनार जनता को एक नया चेहरा मिल सकता है। अब चेहरा कौन होगा और कहाँ से होगा यह तो मैदान में आकर ही पता चलेगा। लेकिन यह बात तो तय है कि जो भी होगा।भाजपा कांग्रेस के लिए मुशिकले खड़ी कर देगा ।क्युंकि कहीं न कहीं यह खेल पिछले 4 वर्षो से बिछाई जा रही पीच पर खेला जायेगा।