शहनाज़ भाटिया : लाखों रुपए की लागत से बना अंबेडकर भवन सालों से खंडहर बना सड़ रहा है ।जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं दिखाई दे रहा है ओर यह भवन नशेडियों का अड्डा बना हुआ है।करीब 10 वर्ष पूर्व अर्की मुख्यालय के पुराने बस अड्डे से कुछ ही दूरी पर अंबेडकर भवन का निर्माण कराया गया था जिसका क्या उद्देश्य था आज दिन तक किसी को जानकारी ही नहीं है। स्थानीय नेताओं ने इसका निर्माण तो करवा दिया लेकिन इसका उचित रखरखाव कौन करेगा यह निश्चित ही नहीं किया गया
करीब 15 लाख रुपए की लागत से भवन का निर्माण लोक निर्माण विभाग द्वारा करवाया गया तथा इसके पश्चात 29 जून 2012 को इसका विधिवत उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल तथा स्थानीय विधायक गोविंद राम शर्मा के कर कमलों द्वारा किया गया भवन में शानदार बहुत बड़ा हॉल बना है तथा एक दर्जन से ज्यादा पंखे भी लगाए गए हैं परंतु इस भवन पर यदि गौर करें तो ऐसा लगता है मानो यह भवन किसी सुनियोजित तरीके से नहीं बनाया गया क्योंकि भवन में ना तो कोई किचन है ना ही कोई शौचालय है। बावजूद इसके स्थानीय नेताओं ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से इसका उद्घाटन भी करवा दिया भवन को यदि मूलभूत सुविधाओं से जोड़ा जाए तो यहां के स्थानीय लोगों को शादी विवाह या अन्य पार्टियों के लिए काफी अच्छी सुविधा मिल सकती है। साथ ही नगर पंचायत की आमदनी में भी अच्छी खासी बढ़ोतरी हो सकती है । लेकिन आज भवन की हालत देखे तो किसी कबूतर खाने जैसी दिखाई दे रही है इसकी एक दीवार में अंदर मलवा पत्थर घुस चुका है तथा खिड़कियों के शीशे भी लगभग टूट चुके हैं परन्तु कोई भी विभाग तथा नेता इस ओर कोई खासी रुचि नहीं दिखा रहा है।
अखिल भारतीय हरिजन लीग के राज्यस्तरीय महासचिव लेख राम कायथ का कहना है कि अम्बेडकर भवन की खस्ताहाल के देखते हुए उन्होंने प्रशासन व प्रदेश सरकार को पत्राचार कर इस बारे अवगत करवाया और इसी के बारे एसडीएम अर्की से भी मिले उन्होंने इस बारे नगर पंचायत अर्की कार्यालय में जाकर बात की तो कार्यालय के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि भवन की मरम्मत में लिया राशि आ गई है और जल्दी ही भवन की मुरम्मत करवा दी जाएगी। उन्होंने कहाकि बहुत खुशी की बात है कि इस भवन से स्थानीय लोग भी कार्यक्रम के लिये इस्तेमाल कर सकते है व नगर पंचायत के लिये आमदनी के साधन भी हो जाएगा।