हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु का अर्की विधानसभा क्षेत्र का दौरा पूरी तरह फ्लॉप साबित हुआ। लोहारघाट में आयोजित इस जनसभा में विधायक संजय अवस्थी और ब्लॉक पदाधिकारियों की तमाम कोशिशों के बावजूद खास भीड़ नहीं जुट पाई। जनता का कहना है कि कांग्रेस सरकार की झूठी घोषणाओं और बंद हुए संस्थानों के चलते लोगों ने इस कार्यक्रम को बायकॉट किया।
कार्यक्रम के लिए जनता को सुबह 10 बजे बुलाया गया, लेकिन मुख्यमंत्री दोपहर 12 बजे पहुंचे। इस देरी से लोग पहले ही नाराज दिखे। विधायक संजय अवस्थी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पिछले 15 दिनों तक क्षेत्र में प्रचार किया, लेकिन कार्यक्रम में उम्मीद के मुताबिक लोग नहीं पहुंचे
अर्की की भोली-भाली जनता का कहना है कि कांग्रेस सरकार ने पहले से चल रहे संस्थानों को बंद कर दिया और नई घोषणाओं के नाम पर उन्हें गुमराह किया। लोहारघाट में मुख्यमंत्री ने एक और जुमला फेंका, जिससे जनता में और आक्रोश बढ़ गया।
पूर्व भाजपा सरकार के समय शुरू किए गए संस्थानों को कांग्रेस सरकार ने बंद कर दिया। इनमें दाड़लाघाट का बीडीओ कार्यालय, कुनिहार में आईपीएच का सब डिवीजन और जयनगर में लोक निर्माण विभाग का सब डिवीजन शामिल हैं। करीब 10 अन्य संस्थान भी बंद कर दिए गए, जिससे क्षेत्र के लोग मायूस हैं।
लोहारघाट में मुख्यमंत्री सुखु ने जनता से जबरन हाथ उठवाने और अपनी तारीफ कराने की कोशिश की। यह घटना वहां मौजूद लोगों के लिए हंसी का विषय बन गई।
अर्की विधानसभा क्षेत्र की जनता ने साफ संदेश दिया है कि झूठी घोषणाओं और बदले की राजनीति करने वालों को आने वाले समय में सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।