उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने कहा कि समाज में बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मानजनक जीवनयापन और सशक्तिकरण के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं। उन्होंने बालिकाओं को मानवता की अमूल्य धरोहर बताते हुए उनके विकास के लिए उपयुक्त वातावरण प्रदान करने पर जोर दिया। शर्मा शुक्रवार को महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति और मिशन वात्सल्य की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश सरकार ने महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए कई प्रभावशाली योजनाएं लागू की हैं। गुड़िया हेल्पलाइन-1515, शक्ति बटन ऐप, वूमन हेल्पलाइन-181 और चाइल्ड हेल्पलाइन-1098 के माध्यम से महिलाएं संकट की घड़ी में तुरंत सहायता प्राप्त कर सकती हैं। इसके अलावा, सोलन क्षेत्रीय अस्पताल में वन स्टॉप क्राइसिस सेंटर पीड़ित महिलाओं को सहायता प्रदान कर रहा है।

बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. पदम शर्मा ने जानकारी दी कि बेटी है अनमोल योजना के तहत 1150 बेटियों को 15.21 लाख रुपए वितरित किए गए हैं। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना और शगुन योजना के तहत भी लाभार्थियों को आर्थिक सहायता दी गई है

जिला बाल संरक्षण अधिकारी सुरेंद्र कुमार तेगटा ने बताया कि मिशन वात्सल्य के तहत सोलन में 190 बेसहारा बच्चों को 43.69 लाख रुपए की सहायता प्रदान की गई है।महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 1281 आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों और महिलाओं को पोषण, स्वास्थ्य और शिक्षा संबंधी सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। मदर टेरेसा आश्रय मातृ संबल योजना, प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना और इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना के तहत भी लाभार्थियों को सहायता प्रदान की गई है।

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