बरसात में बार-बार बारिश में भीगने की वजह से लोग बीमार पड़ जाते हैं. वहीं, कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में (signs of weak immunity) बीमार होने का खतरा अधिक होता है . इन मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए आयुर्वेद (Ayurveda) में बतायी गयी कुछ हर्ब्स की मदद ली जा सकती है जो कि स्वास्थ्य के लिए गुणकारी और इम्यून पॉवर बढ़ाने वाली है .
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तुलसी-हल्दी का सेवन :
एक बर्तन में आधा लीटर पानी उबलने के लिए रखें .इस पानी में 2 चम्मच कद्दूकस की हुई कच्ची हल्दी (Raw Turmeric) डालें अगर कच्ची हल्दी ना मिले तो एक चम्मच हल्दी पाउडर काढ़ा बनाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं . अब इस पानी में एक कटोरी तुलसी की पत्तियां (Tulsi ke patte) डालें अब इन्हें 10-12 मिनट के लिए धीमी आंच पर पकाएं .जब काढ़े का पानी पक जाएं और आधा हो जाए तो इसे आंच से उतार लें .काढ़ें में आधा चम्मच शहद मिला लें और इसे छान लें और इसका दिन में 2-3 बार सेवन करें .
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तुलसी के पत्तों और हल्दी का काढ़ा पीने के फायदे :
डायबिटीज नियंत्रित रखने में मददगार :
हल्दी में पाया जाने वाला कर्क्यूमिन (curcumin) नामक कम्पाउंड ब्लड शुगर कंट्रोल में भी मदद करता है इसीलिए, डायबिटीज में हल्दी का सेवन गुणकारी माना जाता है . तुलसी की पत्तियां भी सूजन कम करने वाले गुणों से भरपूर होती हैं जो डायबिटीज का एक बड़ा कारण है इन दोनों ही हर्ब्स के गुणों की वजह से यह काढ़ा डायबिटीज मैनेजमेंट में फायदेमंद साबित होता है.
बॉडी डिटॉक्स :
शरीर में छुपे टॉक्सिंस (toxins stored in the body) से आपकी इम्यून पॉवर कमजोर हो सकती है और यह लिवर जैसे महत्वपूर्ण अंगों को भी नुकसान पहुंचाता है. ऐसे में हल्दी और तुलसी का काढ़ा पीने से शरीर से सारे टॉक्सिंस बाहर निकल जाते हैं जिससे शरीर की सफाई हो जाती है .
कॉन्स्टिपेशन से राहत :
तुलसी और हल्दी का काढ़ा पीने से कब्ज (constipation) और पेट से जुड़ी अन्य परेशानियों से आराम मिलता है यह आंतों की सफाई में भी मदद करता है और बाउल मूवमेंट सुधारता है जिससे आपको इन परेशानियों से आराम मिलता है .