स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि छात्र जीवन शिक्षा और संस्कार के साथ सफलता का आधार तैयार करने का स्वर्णिम समय होता है। उन्होंने कहा कि यह केवल अकादमिक शिक्षा ही नहीं, बल्कि भावनात्मक और वैचारिक मजबूती का भी समय है।
डॉ. शांडिल ने यह बात सोलन विधानसभा क्षेत्र के धारों की धार स्थित राजकीय उच्च विद्यालय के वार्षिक समारोह में कही। उन्होंने कहा कि समाज की भलाई के लिए कार्य करने के लिए नैतिक मूल्यों और संस्कारों की अहम भूमिका होती है। शिक्षकों और अभिभावकों को बच्चों को शिक्षित करने के साथ-साथ उन्हें भावनात्मक रूप से भी सशक्त बनाना चाहिए।
उन्होंने छात्रों को अपनी ऊर्जा शिक्षा और समाज के विकास में लगाने का आह्वान किया। साथ ही, उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि बच्चों को नशे की लत से बचाने में मदद करें।
डॉ. शांडिल ने घोषणा की कि सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा अधोसंरचना को मजबूत कर रही है। हर विधानसभा क्षेत्र में एक राजीव गांधी आदर्श डे बोर्डिंग स्कूल स्थापित करने की योजना पर काम जारी है।
इस दौरान उन्होंने स्कूल में दो नए कक्ष बनवाने और संगीत उपकरण खरीदने के लिए 21 हजार रुपये देने की घोषणा की। जागृति महिला मंडल के लिए 20 हजार रुपये भी देने की घोषणा की।
कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। ग्रामीणों की समस्याओं को सुनते हुए डॉ. शांडिल ने उनके शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति, अभिभावक, शिक्षक और छात्र उपस्थित रहे।