हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा की मुफ्तखोरी की राजनीति पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि जब उनकी सरकार सत्ता में आई, तब प्रदेश की आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय थी। उन्होंने इसके लिए पूर्ववर्ती भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने चुनावों से पहले लोगों को मुफ्त में सुविधाएं बांटकर प्रदेश के खजाने को खाली कर दिया था।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने बताया कि इस मुफ्तखोरी की राजनीति के चलते प्रदेश पर भारी कर्ज का बोझ आ गया था, जिससे उबरने के लिए वर्तमान सरकार को कड़े कदम उठाने पड़े। उन्होंने यह भी कहा कि मुफ्त की रेवड़ियां बांटने से आम जनता को तो लाभ होता है, लेकिन दीर्घकालिक रूप से इससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचता है।
मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की आर्थिक नीतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि वे प्रदेश को इस संकट से बाहर निकालने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी सरकार ने कई नई योजनाएं शुरू की हैं, जिनसे प्रदेश की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है।
सुक्खू ने कहा कि विकास और कल्याण की योजनाएं जनहित में होनी चाहिए, लेकिन उन्हें आर्थिक संतुलन को बनाए रखते हुए लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि चुनावी लाभ के लिए मुफ्तखोरी की राजनीति करना प्रदेश के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।