सोलन ज़िला के निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों तथा मतदान केन्द्रों की विशेष युक्तिकरण प्रक्रिया के सम्बन्ध में आज यहां ज़िला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला की अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अजय यादव ने की।

अजय यादव ने इस अवसर पर कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया को निर्विघ्न सम्पन्न करने में निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों एवं सहायक निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों सहित बूथ स्तर के अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। इसके लिए इन अधिकारियों को समय-समय पर विभिन्न निर्वाचन अधिनियमों एवं तकनीक के विषय में प्रशिक्षित करना आवश्यक है।

अतिरिक्त उपायुक्त ने एक दिवसीय कार्यशाला में उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से आग्रह किया कि प्रशिक्षण के दौरान जन प्रतिनिधित्व अधिनियम सहित अन्य नियमों में हुए संशोधन, मतदान केन्द्रों की स्थापना एवं बदलाव के सम्बन्ध में भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा स्थापित मानक तथा ई.आर.ओ नेट के विषय में पूरी जानकारी प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि यह जानकारी मतदाता सूचियों को अद्यतन करने, मतदान केन्द्रों की नियमानुसार स्थापना करने और निर्वाचन के समय ई.आर.ओ नेट के उचित प्रयोग में लाभदायक सिद्ध होगी।

उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजेश डोगरा ने प्रशिक्षण कार्यशाला में सभी को मतदाता सूचियों के सम्बन्ध में विधिक प्रावधानों, प्रक्रियाओं तथा जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950, 1951 में हुए संशोधनों, निर्वाचन पंजीकरण प्रक्रिया में आधार के उपयोग और एक से अधिक अहर्ता तिथियों के विषय में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने अवगत करवाया कि मतदान केन्द्र की स्थापना के उपरांत इनकी पूर्ण जानकारी प्रकाशित की जानी आवश्यक है।

कार्यशाला में ई.आर.ओ नेट के प्रयोग के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई।इस कार्यशाला का आयोजन ज़िला के सभी निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों, सहायक निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों, विधानसभा क्षेत्र स्तर के मास्टर प्रशिक्षकों और डाटा एंट्री आॅपरेटरों के लिए किया गया।  

कार्यशाला में उपमण्डलाधिकारी नालागढ़ दिव्यांशु सिंगल, उपमण्डलाधिकारी अर्की यादविंदर पाल, उपमण्डलाधिकारी कसौली गौरव महाजन, तहसीलदार अर्की रमन ठाकुर, तहसीलदार सोलन मुल्तान सिंह बनयाल, तहसीलदार निर्वाचन सोलन राजेश शर्मा सहित निर्वाचन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

error: Content is protected !!