हिमाचल की चारों लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने में कांग्रेस फूंक-फूंक कर पांव रखना चाहती है। प्रदेश में कांग्रेस ने अब वेट एंड वॉच के बाद भाजपा के प्रत्याशी सुरेश कश्यप की टक्कर में चेहरे की तलाश तेज कर दी है अब संगठन के साथ-साथ मुख्यमंत्री खुद भावी प्रत्याशी को लेकर जमा घटाव का फार्मूला तैयार कर रहे हैं।
यह तो तय है कि कांग्रेस कोली बिरादरी से संबंध रखने वाले चेहरे को ही मैदान में उतारेगी। गौर हो कि शिमला लोकसभा की 17 विधानसभा क्षेत्रों में पांच रिजर्व विधानसभा क्षेत्र भी आते हैं। उनमें कोली बिरादरी 37 प्रतिशत के लगभग बहुमत रखती है।
कांग्रेस के सामने इस संसदीय सीट पर अब वर्चस्व की जंग के साथ मुख्यमंत्री की खुद की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। भाजपा संगठन ने सुरेश कश्यप को दोबारा मैदान में उतार दिया है यही नहीं संगठन के द्वारा शिमला संसदीय क्षेत्र के लिए सांसद के चेहरे से ज्यादा केंद्र की योजनाओं को प्रधानमंत्री के नाम पर ही प्रचारित किया गया है।
यह भी पढ़ें : युवाओं को मतदान में सहभागिता के लिए प्रेरित किया
कांग्रेस के द्वारा मौजूदा समय में महिला चेहरे पर भी एक्सरसाइज की जा रही है तो वहीं कार्यकर्ता तथा संगठन का मनोबल बढ़ाने को लेकर विधायकों की जगह निष्ठा को तवज्जो दी जा सकती है। ऐसे में सिरमौर से दयाल प्यारी, शिमला से अमित नंदा के अलावा सोलन से दो चेहरों पर भी विचार-विमर्श चला हुआ है। अमित नंदा कोली बिरादरी से जुड़े हुए हैं तथा सोलन जिला से ताल्लुक रखने वाले पूर्व मंत्री के संबंधियों में भी आते हैं.