पंजाब के अमृतसर में स्थित डेरा राधा स्वामी ब्यास के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण समाचार सामने आया है। डेरा राधा स्वामी ब्यास के प्रमुख, बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों, जिन्होंने पिछले कुछ वर्षों में कैंसर और हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों से जूझा है, ने अपने उत्तराधिकारी की घोषणा कर दी है। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने जसदीप सिंह गिल को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया है, जो अब डेरा राधा स्वामी ब्यास सोसाइटी के नए संरक्षक और सतगुरु के रूप में सेवाएं देंगे।
जसदीप सिंह गिल का जीवन परिचय:
जसदीप सिंह गिल का जन्म 15 मार्च, 1979 को हुआ। वे सुखदेव सिंह गिल के पुत्र हैं। अपनी शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने असाधारण उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली से बायोकेमिकल इंजीनियरिंग और जैव प्रौद्योगिकी में एकीकृत एम.टेक (बी.टेक + एम.टेक) की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से केमिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।
जसदीप सिंह गिल का व्यावसायिक अनुभव:
जसदीप सिंह गिल ने सिप्ला लिमिटेड में मुख्य रणनीति अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं। उन्होंने सिप्ला के लिए समग्र रणनीति का नेतृत्व किया, जिसमें विलय, अधिग्रहण और निरंतर सुधार शामिल हैं। इसके अलावा, उन्होंने IQVIA और मॉनिटर ग्रुप जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में सीनियर प्रिंसिपल और सलाहकार के रूप में कार्य किया। रैनबैक्सी में, उन्होंने परियोजना प्रबंधन और रणनीति कार्यों में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं।
डेरा राधा स्वामी ब्यास में नई भूमिका:
2 सितंबर, 2024 से, जसदीप सिंह गिल आधिकारिक तौर पर डेरा राधा स्वामी ब्यास सोसाइटी के नए सतगुरु के रूप में कार्यभार संभालेंगे। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने संगत से अनुरोध किया है कि जसदीप सिंह गिल को वही सहयोग और स्नेह मिले, जैसा उन्हें हुजूर महाराज जी के बाद प्राप्त हुआ था। जसदीप सिंह गिल अब संगत का मार्गदर्शन करेंगे और डेरा की परंपराओं को आगे बढ़ाएंगे।