आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत 75 वर्षों में बिजली के क्षेत्र में हासिल उपलब्धियों पर ज़िला सोलन के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में आज ज़िला स्तरीय बिजली महोत्सव ‘उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उपायुक्त सोलन कृतिका कुल्हारी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।उन्होंने कहा कि यह महोत्सव भारत के उन लोगों को समर्पित है, जिन्होंने भारत की विकासवादी यात्रा को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उपायुक्त ने कहा कि भारत की वर्ष 2014 की उत्पादन क्षमता 2,48,554 मेगावाट थी, जोकि आज बढ़कर 4 लाख मेगावाट हो गई है जो हमारी मांग से 1.85 लाख मेगावाट अधिक है। भारत अब अपने पड़ोसी देशों को बिजली निर्यात कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज भारत अक्षय ऊर्जा स्रोतों से 1.63 लाख मेगावाट बिजली पैदा कर रहा है, देश में वर्ष 2015 में ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति का औसत 12.5 घंटे था जो अब बढ़कर औसतन 22.5 घंटे हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बिजली उपभोक्तायों के लिए बिजली उपभोक्ता का अधिकार नियम, 2020 बनाया है ताकि बिजली उपभोक्ताओं को सुविधा मिल सके।
उपायुक्त ने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड द्वारा 25.74 लाख उपभोक्ताओं को 33,540 ट्रांसफार्मर, 1,05,488 सर्किट किलो मीटर एचटी, ईएचटी तथा एलटी लाईनों के माध्यम से विद्युत आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा सोलन ज़िला में 33 के.वी के 14 उप केन्द्र, 66 के.वी के आठ उप केन्द्र, 132 के.वी के तीन उप केन्द्र और 220 के.वी के चार उप केन्द्र स्थापित है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा देने के लिए दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के अंतर्गत लगभग 1492 लाख रुपए व्यय किये गए है।
उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री रोशनी योजना शुरू की गई है जिसमें गरीब परिवारों को निःशुल्क बिजली कुनेक्शन दिए जा रहे है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा 125 यूनिट से कम खपत वाले घरेलु उपभोगताओं को बिल में शतप्रतिशत उपदान की सुविधा दी गयी है, जिसका लाभ ज़िला के उपभोगताओं को मिलना आरम्भ हो गया है।
इससे पूर्व अधीक्षक अभियंता विद्युत विभाग एम.एस. गुलेरिया ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए बताया कि ज़िला सोलन में 7.350 मेगा वाट क्षमता के सोलर पॉवर प्लांट लगाये गए है। शहरी क्षेत्रों में उपभोगताओं को बेहतर सुविधा देने के लिए एकीकृत विद्युत विकास योजना के अंतर्गत लगभग 1272 लाख रूपए व्यय किये गए है।कार्यक्रम में सप्तक कला मंच सोलन के कलाकारों द्वारा ऊर्जा क्षेत्र की उपलब्धियों व कल्याणकारी योजनाओं पर नुक्कड़ नाटक व समूह गान प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सोलन के प्रधानाचार्य ललित कुमार, नगर निगम पार्षद सुशमा शर्मा, एस.जे.वी.एन शिमला के अतिरिक्त महाप्रबंधक राजीव दोहरू, अरूण कुमार, वरिष्ठ अधिशाषी अभियंता राहुल वर्मा तथा विद्युत की कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।